पुलिस के लिए नई चुनौती, 1 ही दिन में गायब हो 6 किशोरियां, ढूंढना हुआ मुश्किल
45 दिन में 56 किशोरियां गायब ढूंढने में पुलिस हो रही नाकाम एक ही दिन में मंगलवार को छह किशोरियां गायब……
रतलाम। जिले में पिछले कुछ माह से किशोरियों के घर से गायब होने की घटनाएं चौंका रही है। अधिकांश मामले उन इलाकों के हैं, जहां जनजाति लोगों की अधिकता है। किशोरियों के गायब होने या उन्हें किसी के द्वारा बहलाकर साथ ले जाने के मामलों में एकदम बढ़ोतरी हुई है। पिछले 1 जनवरी से 14 फरवरी तक के महज 45 दिन में जिले में अब तक 56 किशोरियों के गायब होने के मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस के अनुसार इनमें से 50 फीसदी दस्तयाब हो चुकी है लेकिन अन्य के अभी तक नहीं मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
कुछ मामले हैं संदिग्ध
नाबालिगों के अपहरण या गायब होने के मामले में सैलाना और बाजना विकासखंड के अंतर्गत आने वाले थाने जिले के अन्य विकासखंडों से सबसे आगे हैं। इन विकासखंडों के सैलाना, सरवन, रावटी, बाजना और शिवगढ़ थाने में ही अधिकांश मामले दर्ज है। इसके अलावा बिलपांक, डीडीनगर के थाने में भी कई केस दर्ज हुए हैं।
पुलिस मान रही, यह चुनौती
गुमशुदा नाबालिग किशोरियों के केस पंजीबद्ध होने के बाद इन्हें ढूंढने के लिए भी पुलिस को मशक्कत करना पड़ती है। किशोरियां न केवल मप्र वरन राजस्थान और गुजरात के विभिन्न शहरों में ले जाई जाती है और वहां रहती है। कुछ वहां मजदूरी करके रहने लगती है। ऐसे में पुलिस को उन बालिकाओं को ढूंढना मुश्किल हो जाता है।