समय पर नहीं पहुंचती नमूनों की जांचखाद्य औषधि विभाग की नाक के निचे मिलावट खोरों का धंधा फल फूल रहा है तो। हालात तो ऐसे है कि मिलावट की शिकायत के बाद फिर जांच नमूने और फिर रिपोर्ट आने तक यह जहर कितने लोगों तक पहुंच जाता है इसका किसी के पास जवाब नहीं है। पिछले दिनों दीनदयाल नगर में मुखबिर की सूचना पर 1 क्विंटल से अधिक नकली घी पकड़ाया जो जांच में भी नकली पाया गया। घी व्यापारी मनीष व्यास कैटर्स का काम करता है और बताते है कि तीन सौ रुपए किलो में यह घी शादि-पार्टियों में सप्लाय करता आ रहा था। इसके अलावा नवंबर में जांच के लिए भेजे 28 सैम्पल में से 17 नमूने का रिपोर्ट चुकी है, जिसमें 4 खाद्य सामग्री मिर्च, पनीर, बैसन, कोकोनेट पाउडर के नमूने भी प्रयोगशाला में फैल हो गए।
जुर्माना भी नहीं कराया अब तक जमावरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी, कमलेश जमरा का कहना है कि मुखबिर की सूचना पर 27 नवंबर 2022 को मनीष व्यास कैटर्स दीनदयाल नगर दबिश देकर करीब 7 डिब्बे करीब 1 क्विंटल से अधिक घी बरामद किया था, जिसे वह शादि-पार्टियों में सप्लाय करना बता रहा था। जिसके नमूने भोपाल प्रयोगशाला में पहुंचाए थे, जो फेल पाया गया है, इस संबंध में कैटर्स संचालक व्यास को नोटिस जारी किया है। एडीएम से जुर्माना निर्धारित होता है, अधिक से अधिक 3 लाख रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। दीनदयाल नगर में कैेटर का काम करने वाले देशी घी जांच में नकली मिला घी में पॉम और पामोलिन आइल मिलाकर तैयार किया जा रहा था। घी में दूध के फैट के स्थान पर अन्य फैट निकला
इनके नमूने फेलघी- मनीष व्यास केटर, डीडी नगर रतलाम
पनीर- बालाजी डेरी, जावरा
मिर्च पाउडर,बैसन- स्माइल एंड ब्रदर्श, जावरा
कोकोनेट पाउडर- महादेव इंटरप्राइजेश जावरा
इनकी रिपोर्ट आना शेष
नवंबर 11 नमूनों की रिपोर्ट आना शेष
दिसंबर 26 नमूनों का जांच आना शेष
जनवरी 28 जांच रिपोर्ट आना शेष
फरवरी 12 नमूने पहुंचाए रिपोर्ट शेष