इस शिव मंदिर से पंडित प्रदीप मिश्रा का खास कनेक्शन
रतलाम। इन दिनों शिवमहापुराण पढऩे वाले पंडित प्रदीप मिश्रा रूद्राक्ष वितरण को लेकर चर्चा में बने हुए है। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के प्राचीन सिद्ध धाम गणगौरिया ऊंकाला से शिवपुराण वाचक पं. प्रदीप मिश्रा का खास कनेक्शन है। महाशिवरात्रि के पूर्व पं. मिश्रा ने त्रिवेणी रोड स्थित मुक्तिधाम के सामने सिद्ध धाम गणगौरिया ऊंकाला पहुंचकर अष्टमुखि और बाल महादेव का दर्शन वंदन कर अभिषेक के बाद आरती भी थी।
सिद्ध क्षेत्र त्रिवेणी पहुंच मार्ग पर मुक्तिधाम के सामने 100 वर्षों से अधिक प्राचीन श्रीागणगौरिया ऊंकाला हनुमान मंदिर में अद्भूत अष्टमुखी महादेव विराजमान है। यहां खास बात यह है कि एक नहीं दो शिवलिंग स्वरूप भगवान भोलेनाथ भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। शिवमहापुराण कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा भी इस शिवालय में पहुंचकर दर्शन वंदन, अभिषेक और आरती कर चुके हैं। गणगौरिया ऊंकाला में दो प्राचीन बावडिय़ां है, बताया जाता है यहां रतलाम महारानी गणगौर पूजन और उजमने भी आया करती थी।
इसलिए इसे गणगौर ऊंकाला मंदिर कहा जाता है
मंदिर समिति के विशाल शर्मा और नीलू अग्रवाल ने बताया कि गणगौरिया ऊंकाला प्राचीन सिद्ध क्षेत्र हैं, यहां हनुमानजी की चमत्कारिक मूर्ति के साथ ही दो शिवलिंग विद्यमान है। जिसमें एक अष्टमुखी है और दूसरे बाल रूप में बताए जाते हैं। शहरवासियों की आस्था का केंद्र स्थल है। महाशिवरात्रि सहित श्रावण मास में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। यहां विराजमान भगवान भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं।
महाशिवरात्रि पर होगा अभिषेक
मंदिर के पुजारी मनोजकुमार दुबे ने बताया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर गणगौरिया ऊंकाला हनुमान मंदिर पर सुबह से रात तक धार्मिक आयोजन होंगे। सुबह 7 बजे महादेव का अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद मनोमहक शृंगार किया जाकर भक्तों में प्रसादी का वितरण होगा।
गणगौरिया ऊंकाला में खास
मंदिर में प्राचीन हनुमानजी की प्रतिमा के समीप ही अष्टमुखी सहित दो शिवलिंग परिवार सहित विद्यमान है। यहां श्रीराम दरबार के साथ ही श्रीकृष्ण राधा की मनोहारी प्रतिमा भी स्थापित है। विशालकाय बरगद के पेड़, दो प्राचीन बावड़ी के साथ ही व्यायामशाला के गुरु कल्याण प्रसाद शर्मा की समाधी स्थल भी यहां है।