प.पूज्य.आचार्य भगवन्त श्री उमेशमुनि जी म.सा. की 91 वी जन्मजयंती एवं प.पूज्य वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य भगवन्त श्रीमद्विजय जयानन्द सुरीश्वर जी म.सा. का 86 वा जन्मोत्सव जप, तप एवम सामूहिक सामायिक से मनाया
झाबुआ – झाबुआ जिले के जिनशासन गौरव , आत्मार्थी , आचार्य भगवंत श्री उमेशमुनी जी म.सा की 91 वी जन्मजयंती एवमं शुद्ध क्रियापालक वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद्विजय जयानंदसुरीश्वर जी म.सा का 86 वा जन्मोत्सव जप,तप,एवमं सामूहिक सामायिक के साथ सामुहिक एकाशन का आयोजन कर श्री ऋषभदेव बावन जिनालय मंदिरमे मनाया , इस अवसर पर सकल जैन समाज द्वारा स्थानीय श्री वर्धमान स्थानक मेंन रोड पर गुरु गुणानुवाद सभा आयोजित कर पूज्य आचार्य भगवंतों के जीवन पर प्रकाश डाल कर गुणानुवाद सभा आयोजित की जिसमें वर्धमान स्थानकवासी जैन श्री संघ के अध्यक्ष प्रदीप रुनवाल ने पूज्य आचार्य भगवंतों के जीवन पर प्रकाश डाला ओर कँहा ऐसे संतो का हमारे जीवन मे मिलना ओर उनके दर्शन मात्र से जीवन धन्य हो जाता है , ऐसे क्रियापालक संतो की प्रवचन वाणी से हमारा जीवन तीर जाता है।श्री ऋषभदेव बावन जिनालय जैन श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष संजय मेहता ने कँहा हमारे प्रबल पूण्य का उदय है कि हमे ऐसे गुरुभगवंतो की पावन कारी निश्रा एवमं सानिध्य प्राप्त हुआ झाबुआ नगर के गौरव परम पूज्य श्री विधानविजय जी म.सा को दीक्षा प्रदान कर झाबुआ नगर पर असीम उपकार किया,दोनों ही आचार्य भगवंत युग प्रभावक आचार्य भगवंत है ओर संतो मैं कोहिनूर रत्न के समान देदिपयमान है ,पूज्य आचार्य श्री का साहित्य हमे मार्गदर्शन प्रदान करने वाला है। श्री चन्दना महिला मण्डल, बहु मण्डल व श्रीमती सोना कटकानी ने सुंदर स्तवन की प्रस्तुति से गुरु वंदना की। तीर्थंकर वन्दनावली के साथ आभार महिपाल रुनवाल ने माना । 250 एकासने की हुई तपस्या………. सुबह 11.30 से श्री ऋषभदेव बावन जिनालय जैन धर्मशाला पर सामुहिक एकासने प्रारंभ हुए । इस एकासन तप में समग्र जैन समाज की महिलाओं ने अपनी सहभागिता दी । इस तप मे 250 के लगभग तपश्वियो ने एकासन तप किए । इस एकासन तप का लाभ महिपाल मयंक रुनवाल परिवार ने लिया । इस एकासन तप की सुंदर व्यवस्था अणु नवयुवक मंडल ने की ।
दोपहर मैं श्राविकाओं की सामूहिक सामायिक हुई….. श्री बावन जिनालय गुरु मंदिर हाल मैं सकल जैन समाज की श्राविकाओं की सामूहिक सामायिक की आराधना हुई । जिसमें 200 से अधिक श्राविकाए उपस्थित थी सामायिक के अंतर्गत श्री संघ की वरिष्ठ सुश्राविका श्रीमति इंदिरा बहन घोड़ावत, कविता मेहता, रीना कटारिया, हँसा कोठारी , एवमं नन्ही बालिका मोक्षा सकलेचा, चहेती पगारिया,ने अपने हृदय के उदगार व्यक्त कर गुरु गुणानुवाद किया,चन्दना महिला मण्डल ने सुंदर स्तवन प्रस्तुत किया।