इन आदिवासियों की हुई संदिग्ध परिस्थतियों में मौतें
आदिवासी नेताओं ने कहा कि शासकीय कन्या शिक्षा परिसर रतलाम की छात्रा कृष्णा पिता बहादुर डामोर, गीता पिता बालू डोडिया, सकरावदा छात्रावास के पंकज पिता रमेश चंद्र डोडिया, शांन्तु पिता कमजी गांव छावनी झोडिय़ां , रामचंद्र पिता हरजी गांव कुपढ़ा, बबली पिता कालू कटारा गांव तलाई खेड़ा की बीते 3 माह में संदिग्ध परिस्थितियों में या तो हत्या हुई या मौतें हुई। सभी मौतों से आदिवासी समुदाय आहत है। और इन मामलों ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है। प्रस्तुत ज्ञापन में शासन से उच्च स्तर पर कार्रवाई करते हुए तुरंत सीबीआई जांच की मांग की गई।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष केशु निनामा, आदिवासी युवा छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष सांवरिया निनामा, जयस जिला अध्यक्ष कालू बारोड़, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि चंदू मईडा ने कहा कि आदिवासी समुदाय की सुरक्षा के लिए अब आवश्यक हो गया है कि सारे मामलों की सीबीआई जांच की जा कर साफ-साफ खुलासा हो कि इस समुदाय की प्रताडऩा के पीछे दोषी कौन है? और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।
धरना दूसरे दिन भी जारी
जयस और आदिवासी समाजजनों का धरना प्रदर्शन गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी लगातार दूसरे दिन जारी रहा, सैंकड़ों आदिवासियों ने गुरुवार की रात भी सडक़ों पर बीताई, इस दौरान एसडीएम मनीष जैन एसडीओपी ईडला मोर्य सहित पांचों पुलिस थानों का दल बल मौजूद है।
प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील
आदिवासी समुदाय से एक ज्ञापन हमें प्राप्त हुआ है सभी मामलों में निष्पक्ष तरीके से जांच जारी है कुछ मामलों में एफआईआर भी हुई है कुछ न्यायालयीन प्रक्रिया में भी हैं। कहीं भी किसी भी प्रकार से किसी भी मामले में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी।
-मनीष जैन, एसडीएम सैलाना