रतलाम। गरीबों को राशन के रूप में नि:शुल्क वितरण किया जाने वाले गेहूं वृहताकार सेवा सहकारी समिति मर्या. सोसायटी में खराब पहुंचाया गया। यह जांच के लिए मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने भी माना। इस संबंध में पत्रिका ने 19 फरवरी को ‘गरीबों के मुंह का निवाला बन रहा धूल-कंकड़ और घुन लगा गेहूंÓ शीर्षक से खराब प्रकाशित जिम्मेदारों का ध्यानाकर्षित करवाया था। शुक्रवार को सहकारिता से दो सदस्य हरिशकुमार और आशीष लोहरा धराड़ वृहताकार सेवा सहकारी समिति मर्या. केंद्र पहुंचे।जांच दल में शामिल कर्मचारी का कहना था कि मैने भी पहली बार धुन लगा हुआ गेहूं देखा है, वास्तव में गेहूं खराब आया है। सेल्समैन ने बताया है कि उसने खराब गेहूं को बांटा नहीं है, अलग ही रखा हुआ है। 6 क्विंटल 65 किलो माल जो खराब है वह इन्होंने अलग ही रखा हुआ है। इस दौरान सेल्समैन मांगूसिंह व प्रबंधक संजयसिंह भी उपस्थित थे। जांच वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपेगे
हरिशकुमार ने बताया कि ट्रांसपोर्टर को सेल्समैन ने वाट्सएप पर खराब माल के संबंध में जानकारी भेज भी दी है, कि खराब जो माल आया है उसे उठाव। यह माल कहां से आया ये सेल्समैन बता नहीं पा रहा है कि कहां से आया है। बोरिया मशीन से सिलाई की हुई होना चाहिए, हाथ से सिली है, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। अब तक की जांच की रिपोर्ट और जो भी वितरण संबंधि जानकारी ली है वह वरिष्ठ सहकारिता अधिकारियों के साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम को भी पहुंचाई जाएगी।
किस गोदाम से आया खराब गेहूं होगी जांच
धराड़ सेल्समैन से जांच कर्मचारियों ने हर दिन का राशन वितरण के अलावा कितने उपभोक्ताओं को अब तक वितरण किया कितना शेष आदि की जानकारी एकत्रित की। जांच का विषय तो यह है कि यह गेहूं कहां से और किस गोदाम से कितनी मात्रा में कहां कहां वितरण किया गया। धराड़ सोसायटी पर अगर इतनी मात्रा में खराब गेहूं पहुंचा है तो अन्य सोसायटियों पर भी गया होगा।
इनका कहना
धराड़ केंद्र पर जांच के दौरान गेहूं खराब पाया है। मौका स्थिति देखकर पंचनामा बना लिया है स्टॉक पोजिशन लेकर आए है, पात्र हितग्राही को सही गेहूं वितरण होना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारियों को जांच सौंपी जाएगी। हरिशकुमार चौहान, सहकारिता निरीक्षक, रतलाम (पत्रिका से साभार)