03 मार्च विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल झाबुआ में निशुल्क श्रवण जांच कैंप का आयोजन किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. बी एस बघेल ने कहा कि दिव्यांगता में दूसरी प्रमुख विकलांगता बहरेपन की है एव बताया कि 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस जिसकी मुख्य थीम ईयर एंड हियरिंग केयर फॉर ऑल लेट्स मेक इट रियलिटी है। नोडल अधिकारी डॉ के एल पाटीदार ने बताया कि बहरेपन का प्रीवैलेंस प्रदेश में 6.3% है और बच्चों में बहरेपन का प्रीवैलेंस 3.2 प्रतिशत है। डॉक्टर पाटीदार ने कहा कि मरीजों की समय से पहचान की जा कर बहरेपन को प्रारंभिक उपचार, हियरिंग एड ,स्पीच थेरेपी एवं ऑपरेशन के माध्यम से रोका जा सकता है एवं इससे होने वाली विकलांगता को 50% तक कम किया जा सकता है।
शासन के निर्देशानुसार 3 मार्च को जिला चिकित्सालय में निशुल्क श्रवण जांच शिविर आयोजित किया जाएगा जिसमें पदस्थ विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा शिविर में आने वाले मरीजों को निशुल्क जांच के साथ आवश्यक दवाएं प्रदान की जावेगी एवं जिन्हें सर्जरी की जरूरत है उनकी जांच कर उच्च संस्थाओं में रिफर कर सर्जरी कराई जाएगी साथ ही ऐसे मरीज जिनके सुनने की क्षमता कम हो गई है ऐसे मरीजों को सामाजिक न्याय विभाग द्वारा निशुल्क श्रवण यंत्र प्रदान किया जाएगा
सीएमएचओ डॉ.जी पी एस ठाकुर ने कहा कि अपने शरीर का ध्यान न रखने के कारण लगभग 6 से 7% लोगों में बहरेपन, कम सुनाई देना, कान में सीटी बजना, मोबाइल एंड हेडफोन का
अधिक उपयोग करने से कान का बहना,पर्दा फटना जैसी समस्याएं बढ़ रही है जिससे लोगों की शारीरिक, मानसिक आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है उन्हें आमजनमान से आग्रह करते हुए कहा कि अपने परिवार आस-पड़ोस या कोई पहचान का मरीज हो जिसे सुनने से संबंधित कोई समस्या है ऐसे लोगों को शिविर में जरूर भेजें। ऐसे बच्चे जो जन्म से श्रवण बाधित है बोलने में जिनको समस्या है लाभ उठा सकते हैं वे अपने साथ पुरानी रिपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड एवं एक फोटो अवश्य लाएं
जिला चिकित्सालय एवं जिला स्वास्थ्य समिति झाबुआ