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बुढ़ापे से लेकर दिव्यांगता में बॉडी बिल्डिंग:खंडवा में 63 के राजू और दिव्यांग सचिन जैसे नेशनल चैंपियन, बोले- ये खतरनाक नशा है…

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बुढ़ापे से लेकर दिव्यांगता में बॉडी बिल्डिंग:खंडवा में 63 के राजू और दिव्यांग सचिन जैसे नेशनल चैंपियन, बोले- ये खतरनाक नशा है…

आज की युवा पीढ़ी भले ही धूम्रपान, मदिरापान के नशे में धंसती जा रही हो, लेकिन खंडवा के एक बुजुर्ग और दिव्यांग को अलग ही नशा है। दरअसल, दोनों बॉडी बिल्डर होकर नेशनल चैंपियन है। इस वक्त वे रतलाम में आयोजित नेशनल स्पर्धा में प्रदर्शन कर रहे है। भास्कर से चर्चा में उन्होंने बॉडी बिल्डिंग को एक खतरनाक नशा बताया। कहा कि, ये नशा हर आदमी को करना चाहिए। सेहत सुधरती है तो तनाव से दूरी रहती है। किसी प्रकार का नशा न करते हुए बॉडी बनाने का नशा करें।

खंडवा के हरिगंज निवासी राजकुमार सराफ और सचिन कांडरे नेशनल बॉडी बिल्डिंग स्पर्धा के लिए सिलेक्ट हुए है। इंडियन बॉडीबिल्डर फेडरेशन मुंबई व मध्यप्रदेश शरीर शौष्ठव उज्जैन के संयुक्त तत्वाधान में नेशनल बॉडी बिल्डिंग स्पर्धा (जूनियर, दिव्यांग और मास्टर वर्ग) रतलाम में 4 और 5 मार्च को आयोजित हो रही है। स्पर्धा में देशभर से करीब 450 खिलाड़ी भाग ले रहे है। जिला बॉडी बिल्डिंग संघ के सचिव चेतन गोहर के मुताबिक, खंडवा से लगातार पांचवी बार नेशनल में चयनित 63 वर्षीय राजकुमार सराफ मास्टर वर्ग में तथा सचिन कांडरे दिव्यांग कैटेगरी में शामिल हो रहे है।

नेशनल स्पर्धा के स्टेज पर उतर गए, यहीं मेडल है

63 वर्षीय राजकुमार उर्फ राजू सराफ का कहना है कि, आज की पीढ़ी ईनाम, मेडल के पीछे दौड़ती है। लेकिन मेरा मानना है कि, किसी नेशनल स्पर्धा के लिए यदि आप सिलेक्ट हो रहे है, तो यह आपका सौभाग्य है। समझो कि स्टेज पर उतर गए, यही मेडल है। सबसे खास और बड़ी बात यही मायने रखती है। नेशनल स्पर्धा में देशभर से खिलाड़ी आते है, अलग-अलग राज्यों के खिलाड़ी एक-दूसरे से अनुभव शेयर करते है। उनसे परिचय होता है, इन सबसे सीखने को मिलता है।

दूध, बादाम, अंडे का नाश्ता, ढ़ाई घंटे प्रैक्टिस

अपनी दिनचर्या को लेकर राजकुमार बताते है कि, वे सुबह 4 बजे उठ जाते है। 5 बजे तैयार होकर एक्सरसाइज करते है। सुबह के नाश्ते में दूध, बादाम और अंडा लेते है। फिर शाम को 7 बजे से एक्सरसाइज करते है। इस तरह दिनभर में ढ़ाई घंटे प्रैक्टिस होती है। वह इस उम्र में शारीरिक रूप से तो पुष्ट है ही, मानसिक रूप से भी स्वस्थ है। कहते है कि, जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए। लेकिन बॉडी बिल्डिंग में मेहनत से पीछे नहीं हटा।

चौथी बार नेशनल खेलने रतलाम गए है

राजकुमार सराफ 63 वर्ष के है, 42 साल से बॉडी बिल्डिंग में लगे हुए है। अब तक तीन नेशनल स्पर्धाओं में शामिल होकर टॉप कर चुके है। रतलाम में होने जा रही स्पर्धा उनके लिए चौथा अवसर है। मेरठ में हुई नेशनल स्पर्धा में 6 वें नंबर पर तथा लुधियाना में टॉप 10 में रह चुके है। 1981 से बॉडी बिल्डिंग कर आज बूढ़ापे में भी स्वस्थ है। कहते है, ये खतरनाक नशा है, जो कि हर आदमी में होना चाहिए। यह भावी पीढ़ी के लिए बेहतर होगा।साभार र्दैनिक भास्कर 

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