महिलाएं बन रही हैं सशक्त और आत्मनिर्भर:4391 महिलाएं 1.38 अरब रुपए की प्राॅपर्टी की मालकिन, 4 साल में इनकी हिस्सेदारी 10% बढ़ी
जावरा (रतलाम)~~प्रॉपर्टी खरीदी में अब तक पुरुष ही आगे थे लेकिन अब महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ती जा रही है। इससे महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर बन रही हैं। एक साल में ही रतलाम जिले की 4391 महिलाएं 1 अरब 38 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी की मालकिन बनी हैं।
ऐसा मुमकिन हो पाया है महिलाओं के नाम प्राॅपर्टी खरीदी पर पंजीयन शुल्क में 2 फीसदी छूट देने और महज 1200 रुपए के खर्च पर स्व-स्वामित्व लेख पंजीकृत होने से। इस साल जिले में अब तक 29 हजार रजिस्ट्रियां हो चुकी हैं और 145 करोड़ रुपए रेवेन्यू सरकार को मिला है।
तीन साल पहले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सरकार ने महिलाओं के नाम पर प्राॅपर्टी खरीदी पर छूट दी थी, जो अब भी बरकरार है। उस समय प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री में महिलाओं की हिस्सेदारी महज 5 प्रतिशत रहती थी, जो अब 10 फीसदी बढ़कर 15 पर पहुंच गई है। ये आंकड़े महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने की दिशा में अच्छे संकेत हैं।
सरकार ने 2020-21 में छूट दी थी तभी से महिलाओं के नाम प्रॉपर्टी खरीदने पर 10.5% की स्टाम्प ड्यूटी लग रही है। ये पहला मौका है जब 15 फीसदी रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर हुई है। इस प्राॅपर्टी पर सरकार ने 20 लाख रुपए की छूट दी है। 2022-23 में 29 हजार रजिस्ट्री हुई थी।
इसमें से 2819 प्रॉपर्टी महिलाओं के नाम पर खरीदी और 1572 प्राॅपर्टी में महिलाओं के नाम बतौर को-ऑनर दर्ज हुए। 24609 प्राॅपर्टी की खरीदी पुरुषों के नाम पर हुई। जिला पंजीयक अम्रेश नायडू का कहना है कि आने वाले समय में 25 फीसदी से ज्यादा प्रापर्टी महिलाओं के ही नाम पर दर्ज दिखाई देंगी। पहले 95 फीसदी से ज्यादा प्राॅपर्टी की खरीद-फरोख्त पुरुषों के नाम पर होती थी।भास्कर से साभार