थांदला (वत्सल आचार्य) उदय सामाजिक संस्था एवं म.प्र. राज्य आजीविका मिशन के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन स्थानीय आजीविका भवन पर किया गया। लैंगिग समानता के लिये नवाचार एवं प्रौद्योगिकी थीम पर आधारित कार्यक्रम में जिला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे, एसडीओपी रविन्द्र राठी, थाना प्रभारी कैलाश चौहान, नीलम सिंह,अजीविका मिशन विकासखंड प्रबंधक रमेश मेवाड़ा, टीआरआईएफ अंकित राज आदि के आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत उदय सामाजिक संस्था संचालक डॉ लिसी थॉमस, स्कूल संचालक सीस्टर जानसी एवं अन्ना तिर्की, खालिदा सैयद, विंध्या भूरिया आदि ने ट्रेडिशनल डास व पौधें से अतिथियों का स्वागत कर हुई। इस दौरान उदय सामाजिक विकास संस्था डायरेक्टर डॉ लिसी थॉमस ने संस्था के कार्य व उद्देश्य बताते हुए कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना व ग्रामीण अंचल में शिक्षा का प्रचार प्रसार करते हुए अधिकांश लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंनें कहा कि आज भी महिला घरेलू हिंसा का शिकार हो रही है इसलिए उन्हें जागरूक कर न्याय दिलाना प्राथमिकता है। इस अवसर पर अतीथी उद्बोधन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे ने कहा कि आज हर व्यक्ति के दिन की शुरुआत नारी के साथ होती है फिर वह माँ, बहन, बेटी या फिर पत्नी के रूप में ही क्यों न हो वही नारी भी पुरुष के बिना अधूरी ही है ऐसे में महिलाओं को समानता का अधिकार दिया जाना आवश्यक हो जाता है। उन्होंनें कहा कि आज महिलाओं को घरेलू हिंसा व अत्याचार के बारें में जानकारी नही होने से उन्हें जब तक पता चलता है घटना हो जाती है इसलिए उन्हें जागरूक किये जाने की आवश्यकता है वही महिलाओं को भी अपने पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। एसडीओपी रविन्द्र राठी ने कहा कि महिलाओं में शिक्षा का सहज अधिकार दिया गया है जिससे वे अपने अधिकारों के बारें में आसानी से जान सकती है। आज तो ग्रामीण पंचायतों से लेकर अनेक स्थानों पर महिलाओं को 50 प्रतिशत तक आरक्षण दिया जा रहा है जिसका उद्देश्य उन्हें भी देश के विकास में बराबर का भागीदार बनाना है। रमेश मेवाड़ा ने मप्र राज्य आजीविका मिशन को महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की महत्वपूर्ण संस्था बताते हुए महिलाओं द्वारा संचालित की जा रही अनेकों योजनाओं के बारें में बताया गया। इस अवसर पर शांति देवड़ा, रेशमा मनु निनामा, क्लेर डाबी, कविता बारिया, रमली निनामा आदि महिलाओं ने महिलाओं में बढ़ते अपराधों को न्याय संगत दूर करने व ग्रामीणों में मूल-भूत सुविधाओं के प्रति जागरूकता के प्रयासों की कहानी सुनाई। वर्तीला व उनकी सहयोगी टीम ने लैंगिग समानता व भेदभाव पर आधारित लघु नाटिका के माध्यम से सराहनीय प्रस्तुति दी। महिलाओं को किया सम्मानित – पत्रकार भी हुए सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अंचल में जागरूकता के प्रयासों व आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सार्थक प्रयासों के लिए कार्यरत महिला समूह को सम्मानित किया गया वही नगर में सकारात्मक पत्रकारिता व महिलाओं के न्याय की पहल के लिए तहसील पत्रकार संघ अध्यक्ष सुधीर शर्मा व सोशल मीडिया फाउंडेशन के मध्यप्रदेश प्रभारी पवन नाहर को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आगन्तुक अतिथियों को भी शाल, श्रीफल व मोमेंटों से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन व आभार प्रोग्राम कॉर्डिनेटर सोनू सौलंकी ने किया।