रत्नपुरी हुई रंगों से सराबोर, फायटर से नवरंग बौछार
रतलाम। रत्नपुरी में परम्परागत होलिका दहन के बाद रंगपंचमी पर पूरा शहर रंगों से सरोबार हो गया। घर, गलियों से लेकर शहर की सड़कों पर हर कोई रंगों से लतपत नजर आया। लाल, गुलाबी, केसरिया तो कोई काला, पीला और सुनहरा गोल्डन रंग से रंगा दिखाई दे रहा था। शहर के धानमंडी से परम्परागत गेर की शुरुआत रविवार दोपहर में हुई, जहां दो फायटर से शहरवासियों पर रंगों की बौछार की जा रही थी, वहीं शिनाथ के बेनर तले बैठे वाहन सवार युवा रंगबिरंगे गुलाल की बौछार कर रहे थे।
बलुन की बोछार
शहर में रविवार को रंगपंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। धानमंडी से परंपरागत गेर की शुरुआत हुई। जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए डालूमोदी बाजार चौराहे पर पहुंची। युवाओं फायटर से साथ रंगों की बोछार में तरबतर होते रहे, जिन्होंने रंगपंचमी नहीं खेली उन्हे भी युवाओं की टोली ने बलुन से जहां खड़े थे वहीं पर वहां पर तरबतर किया। कपड़े फाड़े, रंग भरे बलुन की बौछार…
रंगपंचमी के दौरान शहर की गली-गली युवाओं से लेकर युवतियों और बच्चे लेकर बुजुर्गों ने भी रंगों का त्यौहार उल्लास से मनाया, रास्ते से गुजरने वालों पर बच्चों ने रंगों की बौछार कर आनंद लिया। दोस्तों ने एक दूसरे के कपड़े फाड़कर रंगों से तरबतर किया। गेर के पीछे-पीछे तारों पर टंगे कपड़े भी उतारने की व्यवस्था रखी गई थी।
पहली बार महिलाओं की रंगारंग गेर
पहली बार इंदिरा नगर स्थित सांई मंदिर से महिलाओं की रंगारंग गेर निकली। दो बत्ती चौराहे पर रंगारंग मंच की ओर से फव्वारों में शहरवासी तरबतर होते तो यहां से गुजरने वाले लोग भी नहीं बच पाए। रतलाम सांस्कृतिक मंच नर नारायण ग्रुप धानमंडी की ओर से रंगारंग गेर निकाली गई। सुबह 12 बजे धानमंडी स्थित रानीजी मंदिर से गेर शुरू हुई। इसमें डीजे की धुन पर जहां फाइटर से रंगों की बौछार होती रही।
इन मार्गों में हुई रंगों की बौछार
धानमंडी से गेर गणेश देवरी, न्यू क्लॉथ मार्केट, माणकचौक, घासबाजार, चौमुखीपुल, चांदनीचौक, तोपखाना, हरदेवलाला पीपली, लोहार रोड, आबकारी चौराहा से ब्राह्मणों का वास, धानमंडी, नाहरपुरा होते हुए डालूमोदी बाजार पहुंचेगी। जहां पर कला अभिनय मंच फव्वारे के साथ गेर का स्वागत करेगा।(पत्रिका से साभार)