आपदाओं से निपटने के लिए इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन होना झाबुआ जिले के लिए निश्चित ही बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है-कलेक्टर
झाबुआ – मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार शासकीय पोलीटेक्निक कॉलेज झाबुआ में पांच दिवसीय भूकम्प विरोधी भवन निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम म.प्र. के आपदा प्रबंधन संस्था के कार्यपालन संचालक व गृह संचिव श्री रविन्द्र सिंह आई ए एस के नेतृत्व में किया गया। पॉलेटेक्निक कॉलेज झाबुआ में आज कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह भी उपस्थित रहीं। श्रीमती सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आपदा शब्द अपने आप में ही यह संकेत देता है कि अकेला व्यक्ति इससे मुकाबला नहीं कर सकता है, जब तक लोकल स्तर पर लोगों को पता नहीं होगा कि इससे कैसे निपटा जाए। सहीं समय पर सुचना देने पर इससे नहीं निपटा जा सकता हैं समय से पता चलने पर हम इससे बच सकते हैं। कलेक्टर श्रीमती सिंह द्वारा पेटलावद ब्लास्ट का उदाहरण देते हुए कहा गया कि हमारे आस-पास कोई भी ऐसी चीजे हो रही हो जो नहीं होना चाहिए तो तूरन्त ही शासन को सूचित किया जाए। श्रीमती सिंह द्वारा खेतों में नरवई ना जलाई जाने को कहा गया। छोटी से छोटी गलती या घटना एक विनाशकारी रूप ले सकती है इसलिए सावधानी एवं बचाव ही सुरक्षा है। जिससे कि जनहानि से बचा जा सके। इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य आपने जो प्रशिक्षण लिया है अपने आस-पास के लोगों के साथ भी शेयर करें। जिससे आपदा के समय कम से कम जनहानी हो। श्रीमती सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा की आपदाओं से निपटने के लिए इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन होना झाबुआ जिले के लिए निश्चित ही बहुत उपयोगी सिद्ध हो सकती है। उक्त प्रशिक्षण में संस्थानके संयुक्त संचालक डॉ जार्ज व्ही जोसेफ गृह विभाग म.प्र. शासन ने कार्यशाला में पहुंचकर आपदाओं, विद्यमान खतरों एवं सवेदनशीलता के बारे में विचार रखे। अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया की आपदाओं के प्रभाव को कम करना है। तो समुदाय को तैयार करना होगा तभी आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है , भूकम्प विरोधी भवन निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम में आज एनजीओ, सरकारी इंजिनियर, प्राइवेट इंजिनियर, कान्ट्रेक्टर एवं इंजिनियर विद्यार्थियों को सम्मिलित किया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भोपाल में आपदा प्रबंधन संस्थाएं से आए संयुक्त संचालन डॉ. जार्ज वी.जे. जोसेफ ने सभी प्रतिभागियों को आपदा बचाव व सुझाव कि जानकारी साझा कि, इस पांच दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिभागियों को जागरूक किया जा रहा है, कि भूकम्प जैसी आपदा से अपने भवनों को सुरक्षित किया जा सकता है। एनजीओ के साथ इस प्रशिक्षण में यूनिसेफ से सुश्री स्वाति दे, सुश्री मिनाक्षी एवं श्री शास्वत नायक, श्री जीमी निर्मल, एनआरएलएम के 20 स्वयं सहायता समूह की महिला अध्यक्ष उपस्थित थे। कार्यक्रमका सफल संचालन कार्यक्रम के समन्वयक एवं संस्थान में पदस्थ श्री अभिषेक मिश्रा के द्वारा किया गया। तकनिकि विशेषज्ञ के रूप में श्रीमती नेहा श्रीवास उपस्थित थी। प्रशिक्षक सत्र में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री दिनेश वर्मा व प्राचार्य पॉलिटेक्निक कॉलेज झाबुआ श्री गीरिश गुप्ता, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग श्रीमती रेशम गामड़, एसडीओ डब्लयूडी श्री डी.के. शुक्ला के सहयोग से पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का सयोंजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में भोपाल आपदा प्रबंधन संस्था से आये टीम के इंजीनियर नेहा श्रीवास्तव ने बताया कि जब हम भवन निर्माण करे तो भारतीय मानको का पालन करना चाहिये व ब्यूरो ऑफ इंडिया को पालन करना अनिवार्य है ।