झाबुआ ।गुड़ी पड़वा हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए साल की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए भारत में विशेष रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है।त्योहार आमतौर पर मार्च या अप्रैल में पड़ता है और चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है, जो हिंदू पंचांगम कैलेंडर का पहला महीना होता हैं । ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा ने सूर्योदय होने पर सबसे पहले चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को सृष्टि की संरचना शुरू की थी। उन्होने इसे प्रतिपदा तिथि को प्रवेश अथवा सर्वोत्तम तिथि कहा था। इसलिये इसको सृष्टि का प्रथम दिवस भी कहा जाता है। जिसे गुड़ी पड़वा द्वारा चिह्नित किया जाता है। एक अन्य कथा के अनुसार, भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम, रावण को पराजित करने और इस दिन अपना 14 साल का वनवास पूरा करने के बाद भी अयोध्या लौटे थे।
गुड़ी पड़वा के दिन शहर में भी प्रभात फेरी का आयोजन होता है । शहर की हिंदू नव वर्ष उत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 22 मार्च बुधवार को हिन्दू नव वर्ष गुडी पडवा के अवसर पर प्रभात फेरी निकाली जाएगी । यह प्रभात फेरी राजवाडे से प्रातः 7.30 बजे प्रारंभ होकर शहर के आजाद चैक, थांदला गेट, बस स्टैण्ड होते हुये राजवाडा पर समाप्त की जाएगी। समिति के सभी सदस्यों ने शहरवासियों से अपील की है कि अधिक से अधिक लोग इस प्रभात फेरी का हिस्सा बने और नववर्ष का आगाज करें । इस दिन को और अधिक सुसज्जित करने के लिये अपने घरो पर साज सज्जा करे, घरो पर दीपक लगाए, घरो पर केशरिया ध्वज लगाए, घरो के बाहर रंगोली बनाए, आम के पत्तो का तोरण लगाए, इष्टमित्रो एवं परिजनो को शुभकामना संदेश भेजे एवं घरो मे स्वादिष्ट व्यंजन मिष्ठान बनाए।