प्रताप नगर अंडर ब्रिज की स्वीकृति पर क्षेत्रवासियों ने जताया विधायक चेतन्य काश्यप का आभार
रतलाम,। प्रताप नगर अंडर ब्रिज की स्वीकृति मिलने से प्रसन्न क्षेत्रवासियों ने रविवार को विधायक चेतन्य काश्यप से मुलाकात कर उनका स्वागत कर आभार जताया। बीते कई वर्षों से क्षेत्रवासियों द्वारा इसकी मांग की जा रही थी, जो कि विधायक श्री काश्यप के प्रयासों से अब पूरी हो गई है। अंडर ब्रिज के लिए तीन करोड़ रूपए की राशि भी प्रदेश के बजट में स्वीकृत हो चुकी है।
प्रताप नगर में अंडर ब्रिज की स्वीकृति की जानकारी मिलने पर प्रताप नगर, मंगलम सिटी, मिड टाउन, सांईनाथ कॉलोनी सहित अन्य क्षेत्र के रहवासी भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा और पार्षद परमानंद योगी के साथ विधायक श्री काश्यप से मिलने पहुंचे और विधायक के प्रयासों से उनकी मांग पूरी होने पर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता मनोहर पोरवाल एवं मंडल महामंत्री राकेश परमार भी उपस्थित रहे।
विधायक श्री काश्यप ने बताया कि ओवर ब्रिज पर बडे़ हादसे हुए है, जिनसे मन व्यथित था। क्षेत्रवासी भी लंबे समय से अंडर ब्रिज की मांग कर रहे थे लेकिन यहां ओवर ब्रिज होने से रेलवे की ओर से मंजूरी नहीं मिल रही थी लेकिन हादसों को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर से चर्चा कर कमेटी बनाकर उसकी रिपोर्ट के आधार पर अंडर ब्रिज को स्वीकृत कराया गया है। रेलवे से चर्चा कर ढाई मीटर हाईट के अंडर ब्रिज की सैद्धांतिक मंजूरी मिली है।
श्री काश्यप ने बताया कि रतलाम के विकास को देखते हुए इसका अध्ययन किया है। बाइक और कार यहां से आसानी से निकल सकेगी। इसके निर्माण से ब्रिज से होकर जाने में जो बडे़ हादसों की संभावना बनी रहती थी, वह अब नहीं होगी। रेलवे ने अंडर ब्रिज के लिए राशि देने से मना कर दिया था, उनका कहना था कि हम पहले ओवर ब्रिज के लिए राशि दे चुके है। इस कारण से पूरी 3 करोड़ की राशि राज्य शासन की ओर से स्वीकृत कराई गई है।
श्री काश्यप ने बताया कि बजट के पूर्व विशेष रूप से मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान जी से मुलाकात कर उन्हे बजट में अंडर ब्रिज के लिए राशि स्वीकृत करने के संबंध में निवेदन किया था, जिसे उन्हे सहर्ष स्वीकार किया और अब क्षेत्र में विकास की नई गाथा लिखी जा सकेगी। इसके निर्माण से क्षेत्र में पापर्टी की कीमतों में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त शहर में अब विकास की जो संभावना बन रही है, वह इसी क्षेत्र में है, जिसका पूरा लाभ क्षेत्र के रहवासियों को मिलेगा।