RATLAM

रतलाम में 4 अप्रैल को उत्साह, उल्लास व परंपरा अनुसार मनेगी महावीर जयंती श्री सकल जैन श्रीसंघ की बैठक में सर्वानुमति से लिया निर्णय सुबह निकलेगा चल समारोह, जैन स्कूल में होगा स्वामीवात्सल्य

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रतलाम में 4 अप्रैल को उत्साह, उल्लास व परंपरा अनुसार मनेगी महावीर जयंती
श्री सकल जैन श्रीसंघ की बैठक में सर्वानुमति से लिया निर्णय
सुबह निकलेगा चल समारोह, जैन स्कूल में होगा स्वामीवात्सल्य

रतलाम, । महावीर जयंती का पर्व इस वर्ष रतलाम में 4 अप्रैल को पूरे उत्साह, उल्लास एवं परंपरा अनुसार मनाया जाएगा। इस मौके पर सुबह प्रतिवर्षानुसार महावीर जैन युवा संघ के तत्वावधान में चल समारोह निकलेगा। इसके बाद जैन स्कूल में स्वामीवात्सल्य आयोजित होगा। यह निर्णय बुधवार रात सैलाना वालों की हवेली (मोहन टाकिज) में आयोजित श्री सकल जैन श्रीसंघ की बैठक में सर्वानुमति से लिया गया। बैठक श्रीसंघ के मार्गदर्शक पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी एवं विधायक चेतन्य काश्यप की उपस्थिति में संपन्न हुई।बैठक में मार्गदर्शक श्री कोठारी ने कहा कि महावीर जयंती का पर्व सभी समाजजनों को मिल-जुल कर मनाना है। समाज में जो एकता आरंभ से चली आ रही है उसे कायम रखते हुए आगे बढ़ना है। सभी समाजजन 4 अप्रैल को अपनी एकता का परिचय दे। बैठक में मार्गदर्शक श्री काश्यप ने कहा कि रतलाम में सामाजिक एकता के प्रयास सराहनीय है। एकता के यह भाव सदैव बने रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज एकजूट रहे तो उसका स्थान महत्वपूर्ण बना रहता है। इस दौरान श्री सकल जैन श्रीसंघ के संचालक मण्डल सदस्य ललित कोठारी, राजेन्द्र खाबिया, प्रकाश मुणत, निर्मल लुनिया, जयंत बोहरा, महेन्द्र चाणोदिया, सुशील छाजेड़, अभय पोरवाल, ओम अग्रवाल एवं राजेश सुराना मंचासीन रहे।
श्री सकल जैन श्रीसंघ के निर्मल लुनिया ने बताया कि बैठक को झमक भरगट, सुदर्शन पिरोदिया, अशोक चत्तर, अशोक लुनिया, विनोद मूणत, ललित पटवा, दिलीप जैन माण्डोत, राजेन्द्र लुणावत, जितेन्द्र चौपड़ा, विजय पटवा, कीर्ति बड़जात्या, कमलेश पापरीवाल, जयन्तिलाल पाणोत, राजेश कुमार भुजियावाला ने संबोधित किया। बैठक में सर्वसम्मति से महावीर जयंती के अवसर पर प्रातः 8 बजे महावीर युवा संघ के तत्वावधान में मोती पूज्य जी मंदिर, चौमुखीपुल, हाथीवाला मंदिर एवं तोपखाना मंदिर से चल समारोह निकालने का निर्णय लिया गया। यह चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ जैन स्कूल पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित होगा। इसके बाद स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया जाएगा। बैठक का संचालन एवं आभार प्रदर्शन महेन्द्र चाणोदिया द्वारा किया गया।

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