झाबुआ/ गेल इंडिया लिमिटेड के बैनरतले हिंदी को बढ़ावा देने और उसके प्रचार – प्रसार के लिए एक दिवसीय “हिंदी कार्यशाला” का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि गेल इंडिया लिमिटेड के महाप्रबंधक श्री शशांक शावरीकर , अध्यक्षता वरिष्ठ प्रबंधक श्री विकासराज एवं विशेष अथिति के रूप में चर्चित लेखिका श्रीमती निवेदिता सक्सेना एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिलाध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार – कवि भेरूसिंह चौहान “तरंग” ने दीप प्रज्वलित कर हिंदी कार्यशाला की शुरूआत की । इस अवसर पर महाप्रबंधक श्री शशांक शावरीकर ने पुष्प गुच्छ से श्रीमती निवेदिता सक्सेना एवं भेरूसिंह चौहान “तरंग” का स्वागत – अभिनंदन किया । शशांक शावरीकर ने गेल में आयोजित हिंदी कार्यशाला को लेकर अपनी बात को पटल पर रखते हुए हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि हिंदी को रोजाना अपने व्यवहार और जीवन शैली में शामिल करना चाहिए।लेखिका प्रवक्ता के रुप में श्रीमती निवेदिता सक्सेना ने सटीक उदाहरणों के माध्यम से सविस्तार विज्ञान और हिंदी पर अपनी बात पटल पर रखी । जिसकी सभी ने प्रशंसा की। भेरुसिंह चौहान “तरंग”ने वर्तमान में हिंदी की दुर्दशा पर अपनी बात को रखते हुए उन्होंने बताया कि विराम चिन्हों से किस प्रकार अर्थ का अनर्थ हो जाता है । पत्र – पत्रिकाओं एवं काव्य संग्रह में होने वाली गलतियों पर भी प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि गेल इंडिया का हिंदी को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय प्रयास है।यदि व्यक्ति हिंदी के प्रति सम्मान जनक दृष्टिकोण का परिचय दे तो हिंदी की प्रतिष्ठा बढ़ सकती है । इस मौके पर उन्होंने एक से बढ़कर एक काव्य रचानओं की प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया और जमकर तालियॉं बटोरी । कार्यक्रम के अंत में उन्हें सम्मान निधि से सम्मानित भी किया गया । कार्यक्रम का सफ़ल संचालन गेल इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी श्री राहिँग डामोर ने कर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर गेल इंडिया लिमिटेड का समस्त स्टाफ मौजूद था ।