झाबुआ

त्रिशला नंदन वीर की – जय बोलो महावीर की के जयकारों से गूंज उठी धरती अंबरभगवान महावीर जन्मकल्याणक महोत्सव पर चतुर्विद संघ ने प्रभातफेरी निकाल कर दिया सत्य अहिंसा का संदेश

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थांदला – (वत्सल आचार्य) जैन धर्मानुयाईयों के चरम तीर्थंकर अहिंसा के अवतार करुणा पुरुष श्रमण भगवान् महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक एवं जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. “अणु” के दीक्षा जयंती पर श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपूजक, तेरापंथ एवं दिगम्बर जैन समाज ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थानीय महावीर भवन पर पारस माणकलाल छाजेड़ परिवार द्वारा प्रातः नवकारसी का आयोजन रखा गया जिसमें सकल जैन समाज ने हिस्सा लिया। उसके बाद भगवान के जयकारों के साथ उनके सत्य, अहिंसा, जियो और जीने दो के संदेशों के जय घोष के साथ प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें श्वेत परिधानों में पुरुषवर्ग व केसरिया परिधानों में महिला वर्ग नजर आई वही बच्चों का उत्साह भी अलग ही नजर आया। नगर परिषद सहित अन्य समाजजनों के स्वागत सत्कार को स्वीकार करते हुए प्रभात फेरी नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई जैन मंदिरों के दर्शन करते हुए जैन उपाश्रय पर विराजित पूज्या श्री शीलरेखाश्रीजी आदि ठाणा – 3 के दर्शन लाभ लेते हुए पौषध भवन पर विराजित महासतियों के सानिध्य में गुणानुवाद सभा के रूप में परिवर्तित हो गई। जहाँ बुद्धपुत्र प्रवर्तक पूज्य श्री जिनेंद्रमुनिजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती महासती पुज्या श्री मुक्तिप्रभाजी एवं पूज्या श्री पुण्यशीलाजी आदि ठाणा – 24 व गुजराती सम्प्रदाय के शीतलबाईजी म.सा. आदि ठाणा – 2 के सानिध्य में वीर प्रभु महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक एवं जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी “अणु” के दीक्षा तिथि होने से गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। सभा में पूज्याश्री मुक्तिप्रभाजी म.सा. ने कहा कि प्रभु महावीर ने अपने जीवन में जिस प्रकार अष्ट कर्मो का क्षय करने के लिए घोर साधना कि उसी प्रकार गुरुदेव ने भी अष्टकर्मों का क्षय करने के लिए उत्कृष्ट साधना की है तभी आज भी हम उनके गुणों का स्मरण कर रहे है। पूज्या श्री पुण्यशीलाजी म. सा. ने कहा कि हम धन्य है कि हमें एक साथ दो महान विभूतियों के गुणगान करने का अवसर मिल रहा है। जैसे क्रिकेट में ऑल राउंडर विषम परिस्थितियों में भी मैच जीतने की क्षमता रखता है वैसे ही गुरुदेव ने भी ऑल राउंडर बनकर कर्मों से लड़ाई लड़ते हुए संयम की पीच पर नाबाद रहते हुए जीवन को सफल बनाया है। पूज्या श्री रम्यताबाईजी म.सा. ने कहा कि जिन्होंनें हमें एक अक्षर का ज्ञान भी दिया है वह हमारें लिए उपकारी होते है ऐसे में भगवान का व गुरुदेव का हम पर तो अनन्य उपकार है फिर हम उनके कहे अनुसार चलकर ही उनके उपकारों का बदला चुका सकते है। पूज्याश्री प्रशमप्रभाजी एवं पूज्या श्री अनन्तगुणाजी ने स्तवन के माध्यम से अपनी भावाभिव्यक्ति से आराध्य देवों के गुण स्मरण किये। इस अवसर पर श्वेताम्बर स्थानकवासी श्री संघ अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, मूर्ति पूजक श्रीसंघ अध्यक्ष कमलेश दायजी, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, तेरापंथ संघ अध्यक्ष अरविन्द रुनवाल, एसडीएम तरुण जैन, एसडीओपी रविन्द्र राठी, आ भाजपा पिछड़ा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाबर, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पणदा, उपाध्यक्ष पंकज राठौड़ जागीरदार, पार्षदगण, जनप्रतिनिधि, पत्रकार सहित अन्यजनों ने भी भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक एवं गुरुदेव के दीक्षा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए उनके सिद्धांतों को जीवन में अपनाने की बात कही। धर्म सभा में मयूर वर्धमान तलेरा व कमलेश पोखरना (कोद) कि ओर से धर्म प्रभावना वितरित की गई।
भगावन जन्मकल्याणक व गुरुदेव दीक्षा प्रसंग पर विविध आयोजन
जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि प्रभु महावीर जन्म कल्याणक व गुरुदेव की दीक्षा जयंती के साथ यहाँ विराजित पूज्याश्री शिल्पाजी म.सा. एवं पूज्या श्री दीप्तिजी म.सा. की भी दीक्षा जतन्ति पर उन्हें भी शुभकामनाएं प्रेषित की गई। वही जैन शोशल ग्रुप ने स्थानीय मेट्रों परिसर पर सामूहिक गोट के साथ धार्मिक तम्बोला, स्तवन आदि विविध प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें सकल संघ ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।

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