रतलाम मेडिकल कालेज का नाम शहीद भगतसिंह करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा स्थानीय शासकीय मेडिकल कालेज का नाम जावरा-मंदसौर-नीमच संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीनारायण पांडे के नाम करने की घोषणा से लोगों में नाराजगी है। सर्वसमाज द्वारा सोमवार को मेडिकल कालेज का नाम शहीद भगतसिंह के नाम करने की मांग को लेकर वाहन रैली निकाली गई। कलेक्टर कार्यालय के बाहर ज्ञापन लेने के लिए कलेक्टर के नहीं पहुंचने पर लोगों में रोष फैल गया। उन्होंने नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया गया। कुछ देर बाद कलेक्टर पहुंचे तो उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
सर्वसमाज के सदस्य दोपहर करीब 12 बजे बंजली से वाहन रैली निकालकर विभिन्न मार्गों से होते हुए दोपहर करीब साढ़े बारह बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां गेट के बाहर खड़े होकर ज्ञापन लेने के लिए कलेक्टर को बुलाने की मांग करने लगे। पहले अधिकारियों ने कहा कि पांच सदस्य कार्यालय में पहुंचकर ज्ञापन दे दें। इस पर सदस्यों ने कहा कि कलेक्टर साहब को यहीं बुलाओ। सदस्य धरने पर बैठ गए और कहने लगे कि जब तक कलेक्टर नहीं आएंगे, धरना देंगे।
कुछ देर बाद एसडीएम संजीव केशव पांडे आए और कहा कि 15 सदस्य चल सकते हैं। इस पर सदस्यों ने कहा कि जितने लोग आए हैं, सभी जाएंगे। यदि सवा दो बजे तक कलेक्टर नहीं आए तो वे ज्ञापन बरामदे के पोल पर चिपका कर चले जाएंगे। कुछ देर बाद कलेक्टर नरेंद्रकुमार सूर्यवंशी पहुंचे, तब उन्हें ज्ञापन सौंपा गया।इस दौरान प्रेमसिंह चौधरी (थांदला), कमलेश जाट, ईश्वर जाट, सुरेश जाट, बलराम पटेल, नरेंद्र जाखड़, राकेश जाट, राहुल जाट भंडारी सहित बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
मांग पूरी नहीं होने पर करेंगे आंदोलन
ज्ञापन में कहा गया है कि शासकीय मेडिकल कालेज वर्तमान में नामकरण होकर इसी नाम से पहचाना जाता है।पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने नीमच में घोषणा की है कि कालेज का नाम बदलकर डा. लक्ष्मीनारायण पांडे के नाम रखा जाएगा। राजनैतिकवश उक्त कालेज का नाम डा. पांडे के नाम रखा जाना उचित नहीं होगा। वे रतलाम क्षेत्र में किसी बड़े राजनैतिक पद पर नहीं रहे हैं। इसे लेकर आम जनता में रोष है। उक्त कालेज का नाम शहीद देशभक्त के नाम करना आवश्यक होगा। सर्वसमाजजन के मध्य यह तय हुआ है कि कालेज का नाम शहीद भगतसिंह के नाम रखा जाए ताकि आने वाली पीढ़ियां भी भविष्य में उन्हें याद कर सके। एक माह में शहीद भगतसिंह का नामाकरण नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।