कोई कर वृद्धि नहीं:300 करोड़ के अनुदान के भरोसे 571 करोड़ का बजट पेश, सड़कों के लिए 120 करोड़
रतलाम~~खुद की आय बढ़ाने में नाकाम साबित हो रहा नगर निगम अपनी चल-अचल संपत्तियों को पीपीपी मोड पर देकर कमाई बढ़ाएगा। पहले साल ही 10 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है। गुरुवार को महापौर प्रहलाद पटेल ने परिषद के साधारण सम्मेलन में 2023-24 का बजट पेश कर दिया है। इसमें 5.71 अरब रुपए के खर्च का ब्यौरा दिया गया है।
इसमें भी 70 प्रतिशत सरकार सहायता के भरोसे हैं क्योंकि निगम को खुद के स्त्रोत से महज 30 प्रतिशत यानी लगभग 171 करोड़ की आय की ही उम्मीद है। अच्छी बात यह है कि रोड, सिटी ब्यूटिफिकेशन, भरपूर पानी देने और अवैध से वैध हुई कॉलोनियों के डेवलपमेंट के लिए अलग नया मद बनाया है। वहीं लगातार सातवें साल कोई कर नहीं बढ़ा है।
बजट पेश करने के बाद महापौर, निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा, नेता पक्ष भगत सिंह भदौरिया और नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा ने पार्षदों को अध्ययन के लिए तीन दिन का समय दिया है। 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजे से फिर परिषद बैठेगी, इसमें बहस के बाद बजट पर अंतिम फैसला होगा।
विकास शाखा में अनुभवी को बैठाओ
कुछ ऐसे ही तेवर के साथ गुरुवार को निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने लीज वृद्धि प्रकरणों के निराकरण में लेटलतीफी पर कमिश्नर एपीएस गहरवार को निर्देश दिए। मुद्दा नेता प्रतिपक्ष ने उठाया था, जिस पर सहमत होकर निगम अध्यक्ष ने कहा कमिश्नर साहब व्यवस्था बदलना पड़ेगी।
विकास शाखा में किसी अनुभवी को बैठाओ। परिषद में भी प्रकरण पूरी जांच के बाद ही रखें। बाद में लोगों से आवश्यक दस्तावेज मंगाए जाते हैं, यह तरीका गलत है। बता दें कि 17 नवंबर की परिषद में 280 प्रकरण स्वीकृत हुए थे, उसमें से करीब 45 ही निपट पाए हैं। वहीं गुरुवार को 77 की और लिस्ट परिषद में पेश कर दी।
बजट से ये काम होंगे
टैक्स नहीं बढ़ाया – लगातार सातवां साल है, जब टैक्स नहीं बढ़ाया गया है। इसके पहले 2016-17 में कचरा शुल्क बढ़ाया था।
नई सड़कें बनेंगी – 120 करोड़ का प्रावधान, इसके अलावा कायाकल्प योजना में 10 करोड़ रुपए व सरकारी सहायता भी मिलेगी।
पीपीपी मोड से कमाई – निगम की चल-अचल संपत्तियों को प्राइवेट पार्टनरशिप में विकसित करने देंगे, 10 करोड़ की कमाई की उम्मीद।
भरपूर पानी मिलेगा – अमृत मिशन-2 में 105 करोड़ स्वीकृत, पानी देने जलप्रदाय व्यवस्था सुधारेंगे, छूटे इलाकों में सीवरेज लाइन डलेगी।
सिटी ब्यूटीफिकेशन – चौराहों व उनके कॉर्नर की अतिरिक्त जगह में गार्डन विकसित कर सौंदर्यीकरण, इस साल पांच का टॉरगेट।
कितना-कहां से मिलेगा पैसा
30 प्रतिशत – निगम स्त्रोत ( संपत्ति कर, जल कर, लाइसेंस फीस, शुल्क, किराया व अन्य से) 40 प्रतिशत – अंशदान ( चुंगी क्षतिपूर्ति, यात्री कर, स्टाम्प ड्यूटी, राज्य वित्त आयोग सहायता) 30 प्रतिशत – अनुदान (सांसद, विधायक, आश्रय, झील संरक्षण, सीएम अंधोसंरचना व अन्य)
कितना-कहां खर्च होगा पैसा
14.40 प्रतिशत स्थापना व्यय
22.64 प्रतिशत सड़क, नाली व अन्य विकास कार्य
13.15 प्रतिशत जलप्रदाय व रखरखाव
5.58 प्रतिशत स्वच्छता, शिक्षा व अन्य
45.00 प्रतिशत अमृत मिशन, शहरी अंधोसंरचना व अन्य अन्य योजना
महाराजा रतन सिंह मार्ग कहलाएगा निगम तिराहे से पैलेस गेट तक का फोरलेन
नगर निगम तिराहा से पैलेस गेट तक जा रहा सिटी फोरलेन महाराजा रतन सिंह मार्ग कहलाएगा। लीज वृद्धि के 77 प्रकरण का मामला भी सर्वसम्मति से पास हो गया। वहीं कर्मचारियों का चिकित्सा भत्ता 1000 से 2000 करने और पेंशनरों को 1000 रुपए चिकित्सा भत्ता देने के मामले में शासन से मार्गदर्शन मांगने का फैसला लिया है।(भास्कर से साभार)