विकास के खोखले वादों से बेचैन रेखा निनामा ने दिया अपने पद से स्तीफा
जिला पंचायत अध्यक्ष पर आ सकती है मुसीबत – भाजपा सत्ता हथियाने लाएगी अविश्वास प्रस्ताव
,झाबुआ।जनपद पंचायत झाबुआ ज़िलें में महिला सदस्य रेखा निनामा ने अपने स्तीफा दे दिया है, हालांकि अभी उनका स्तीफा मंजूर नही हुआ है। उनके स्तिफें की पेशकश से जिला पंचायत अध्यक्ष सोनल जसवंत भाभर के अध्यक्ष पद पर भी मुसीबत के बादल मंडराने लगे है। वर्ग 3 में चयन तो बहाना विकास कार्य नहीं होना असली वजह जिला पंचायत झाबुआ के क्षेत्र क्रमांक 9 से निर्वाचित झाबुआ जिला पंचायत सदस्य रेखा निनामा के पास 20 पंचायत है वही उनका मानदेय महज 4520 रुपये मासिक है वह भी अभी तक नही मिला पाया है, ऐसे में न तो वह पंचायतों का भ्रमण कर पा रही है व जिन वादों पर उन पर जनता ने भरोसा किया था उसके साथ ही न्याय कर पा रही है ऐसे में उन्होंनें अपना स्तीफा देना उचित समझा है। आपको बता दे कि रेखा ने सबसे पहले ग्राम पंचायतों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अपनी आवाज मुखर की थी जिसके चलते उन्हें धमकियां मिलने लगी थी वही जिला पुलिस ने उन्हें पुलिस संरक्षण (पहली व्हीसल ब्लोअर) भी दिया था जो ज़िलें में उनकी लोकप्रियता के लिए चर्चा का विषय भी बना था। फिलहाल रेखा निनामा का चयन वर्ग 3 में हो चुका है और उन्होंने अपने नियुक्ति स्थल प्राथमिक विद्यालय पाटड़ी पर जॉइनिंग कर सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि भी की है।
स्तीफें से बदलते राजनीतिक समीकरण – भाजपा तलाश रही अवसर
वर्तमान समय में भाजपा व कांग्रेस के पास 6 – 6 सदस्य है वही एकलाम मालू निर्दलीय कांग्रेस में शामिल हो चुके है जिससे कांग्रेस की सदस्य संख्या 7 हो चुकी है। रेखा निनामा का स्तीफा यदि मंजूर हो जाता है तो झाबुआ जिला पंचायत का अध्यक्ष पद खतरे में पड़ सकता है क्यो की
अब वार्ड क्रमांक 9 में विधिवत चुनाव होगा जिसके परिणाम से भाजपा सत्ता में आने की हर मुमकिन कोशिश करेगी, जिसका प्रभाव इसी वर्ष होने वालें विधानसभा के चुनाव पर भी पड़ सकता है। इसके लिए वह जनपद के अन्य सदस्यों को अपने पक्ष में करते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में भी दिख रही है। हालांकि भाजपा की जल्दबाजी व कांग्रेस की बेचैनी बड़ी हुई है लेकिन फिर भी दिल्ली दूर ही दिखाई दे रही है।