सरस्वती शिशु मंदिर:ज्ञान के बिना जीवन में सब कुछ व्यर्थ है: शर्मा
संसार रूपी उन्मुक्त गगन में उड़ने के लिए ज्ञान के पंख होने चाहिए। ज्ञान के बिना सब कुछ व्यर्थ है क्योंकि ज्ञान ही तो सब कुछ है। यह बात एमआईसी सदस्य विशाल शर्मा ने कही। काटजू नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में वार्षिक परीक्षा परिणाम उत्सव के अवसर पर वे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
समिति के सचिव शैलेंद्र सुरेका ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर संस्कार व आधुनिकता का संगम है आपने जो पुष्प विद्यालय को दिए हैं। अब हमारा दायित्व है कि हम उन पुष्प को पल्लवित कर आपकी अपेक्षा पर खरे उतरेंगे।
संगीत महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य तोषी पुरोहित ने संगीत महाविद्यालय के बारे में अभिभावकों को अवगत कराया। अतिथि परिचय अरविंद मिश्रा ने दिया। अतिथियों का स्वागत हेमंत कांठेड़ व संगीता चंद्रावत ने किया। अतिथियों ने कक्षा दूसरी से 7वीं तक व 9वीं और 11वीं में प्रथम आने वाले छात्रों की प्रावीण्य सूची का अनावरण किया।
विद्यालय की ओर से हिन्दी माध्यम माध्यमिक विभाग से तमन्ना संजय चौहान 90.44, 9वीं से तनिषा दिनेश शर्मा 90.3, 11वीं से मीनाक्षी प्रदीप कुमावत 91.8 व अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विभाग से कृशांग नरेश वाधवानी 99.1, माध्यमिक विभाग से टीना अनिल राठौड़ 92.1, 9वीं से सक्षम आशुतोष दवे 92 प्रतिशत को विद्यालय रत्न से पुरस्कृत किया।
इसी प्रकार दूसरी से लेकर 7वीं तक अंग्रेजी व हिंदी माध्यम, 9वीं व 11वीं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया। मीना शर्मा, दीप्ति त्रिवेदी, शीला सोन, समिति के उपाध्यक्ष जवाहर चौधरी, सुनील लाठी, कोषाध्यक्ष मनीष सोनी, सह सचिव मेघ लुनिया, प्रकाश मूणत, विनोद मूणत, प्राचार्य भगवान सिंह ठाकुर व आचार्य, छात्र, अभिभावक मौजूद रहे।( दैनिक भास्कर से साभार)