आजीविका मिशन की मदद से सविता ने घर की आर्थिक स्थिति को संवारा
रतलाम/ रतलाम जिले में ग्रामीण आजीविका मिशन की बदौलत बडी संख्या में गरीब परिवार अपनी गरीबी को दूर कर रहे हैं। जिले के ग्राम कलोरीखुर्द की सविता चौहान की भी खुशियों की दास्तां है। बेहतर जीवन जीने के लिए अतिरिक्त आय के स्रोत की आवश्यकता को देखकर सविता ने वर्ष 2018 में गांव में ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से जय मातादी आजीविका स्वयं सहायता समूह का गठन किया।
समूह के माध्यम से सविता ने 10 हजार रुपए का ऋण लेकर अपने पति के लिए सेंटिंग का सामान क्रय किया और अपने पति की मजदूरी छुडवाई। पति का स्वयं का कार्य होने से परिवार में अच्छी आमदनी प्राप्त होने लगी। सविता ने समूह के माध्यम से अपने परिवार की आमदनी में वृद्धि करने के साथ-साथ अन्य महिलाओं को भी आजीविका गतिविधि करने हेतु प्रेरित किया। समूह द्वारा वर्ष 2022 में घरेलू उद्योग आरम्भ करने पर विचार किया और मंदसौर में अचार निर्माण हेतु संचालित इकाई में भ्रमण कर प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रशिक्षण पश्चात् समूह को ऋण मंजूर हुआ और सविता ने चार महिलाओं के साथ पहले डेढ क्विंटल आम का अचार डालकर पंजीयन करवाया और मार्केटिंग भी की।
सविता का कहना है कि हमारा सबसे बडा बाजार हमारे समूह के सदस्य ही हैं। हर संकुल के ग्राम संगठन की बैठक में जाकर अपने अचार का प्रचार-प्रसार करने लगी, विकासखण्ड स्तर, जिला स्तर पर अपना स्टाल लगाने लगी। वर्तमान में सविता बाजार की दुकानों से सम्पर्क कर मांग अनुसार पूर्ति कर रही है। समूह सदस्य आजीविका रुरल मार्ट, दीदी कैफे, संकुल व आसपास की दुकान में अचार प्रदाय करती हैं। सविता को प्रतिमाह 8 से 10 हजार रुपए की आमदनी प्राप्त होती है। सविता का सपना है कि वह अचार का एक बडा उद्योग स्थापित करे जहां महिलाओं को रोजगार प्राप्त होने के साथ-साथ भारत में रतलाम जिले का नाम रोशन हो। सविता का मोबाइल नम्बर 8349568499 है।