रतलाम। देशभर में समलैंगिक विवाह को लेकर विवाद चल रहा है, इस पर मध्यप्रदेश के रतलाम में भी जागरूक महिलाओं एवं नगर के प्रबुद्धजनों ने इस विषय पर विराम न लगाने की स्थिति में देशभर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी भी दीसर्वोच्च न्यायालय में समलैंगिक विवाह पर चल रही सुनवाई के विरोध में रतलाम की जागरूक महिलाओं एवं नगर के प्रबुद्धजनों ने राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन कलेक्टोरेट कार्यालय में नायब तहसीलदार मनोज चौहान को सौंपा।
पूरे देश में असंतोष व्याप्त सर्वोच्च न्यायालय में समलैंगिक विवाह को क़ानूनी मान्यता देने की मांग में सुनवाई चल रही है। इस संदर्भ में पूरे देश में असंतोष व्याप्त है। भारत में रहने वाले सभी मुख्य धर्मो के धर्मावलंबी इस सुनवाई के विरोध में विचार व्यक्त कर चुके है। किसी भी धर्मानुसार समलिंगी विवाह की कोई व्यवस्था नहीं है, फिर इस तरह की सुनवाई का क्या औचित्य? इस प्रकार की चर्चा भारतीय उच्च संस्कारों एवं परंपराओं के आदर्शवादी वातावरण को दूषित करती है।राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन यही कारण है कि देश भर में इस सुनवाई का विरोध हो रहा है। रतलाम में भी आज सभी समाजों की जागृत महिलाओं, समाज प्रमुखों एवं प्रबुद्धजनों ने बड़ी संख्या में कलेक्टर आफिस पहुंचकर समलैंगिक विवाह पर सर्वोच्च न्यायालय में चल रही सुनवाई के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस विषय पर विराम न लगाने की स्थिति में देशभर चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी भी दी।( दैनिक पत्रिका से साभार )