हर एक रसूखदार ने दूसरे से बढ़कर सरकारी जमीन पर बेखौफ जमा लिया कब्जा
– जवाहरनगर स्थित हाउसिंग बोर्ड कार्यालय के पीछे की खुली जमीन पर लोगों ने पौधे लगाकर अपनी कारों की पार्किंग बना ली – पूरी सरकारी जमीन पर हर व्यक्ति ने अपनी-अपनी हिस्सेदारी के हिसाब से कब्जा कर अपने वाहनों के शेड कर लिए तैयार
रतलाम. ~~राम-राम जपना पराया माल अपना वाली कहावत को देखना हो तो जवाहरनगर स्थित हाउसिंग बोर्ड के पीछे के चले आइये। हाउसिंग बोर्ड की इस कॉलोनी में यह जगह खुली भूमि है जो नाले के दोनों तरफ है। आसपास रहने वाले लोगों ने इस खुली जमीन की बंदरबाट कर ली। जिसकी जितनी हैसियत उसने उतनी जमीन पर अपने स्तर पर पौधे लगाए, शेड बनाया और कार पार्किंग बनाकर कब्जा जमा लिया। नगर निगम कर्मचारियों को पाइप लाइन का काम करने के लिए अंदर जाना पड़े तो भी कब्जा जमाए लोगों से ताला खुलवाकर जाना पड़ता है वरना वे अंदर नहीं जा सकते।
कब्जा कर फैंसिंग की और ताला जड़ दिया
यह जमीन नाले के दोनों तरफ है। जिसके पास जिस स्थान का कब्जा है उसने वहां फैंसिंग भी कर दी और इस पर ताला जड़ दिया जिससे वहां दूसरा कोई नहीं पहुंचे या अपना वाहन खड़ा नहीं कर सके। एक हिस्सा ऐसा भी है जिसके सामने कोई मकान नहीं है तो वहां किसी ने कोई कब्जा नहीं कर रखा है।
पहली नजर में लगता है बगीचा
सरकारी जमीन जिस पर लोगों ने कार और दो पहिया वाहनों के लिए शेड बना रखे हैं, इस जमीन पर खड़े पेड़-पौधों की लंबाई और संख्या को देखते हुए पहली नजर में यह बगीचा लगता है लेकिन असल में यह बगीचा नहीं होकर हाउसिंग बोर्ड द्वारा काटी गई कॉलोनी के समय खुली भूमि के रूप में छोड़ी गई थी।
खुली जमीन अब निगम की
हाउसिंग बोर्ड ने कॉलोनी बनाई थी और उस समय यह खुली जमीन थी। कॉलोनी निगम में हैंडओवर होने के बाद इसकी देखरेख का जिम्मा नगर निगम का है। लोगों ने कब्जा कर रखा है तो हम इस पर कुछ नहीं कर सकते हैं क्योंकि यह जमीन अब निगम की है। आरके भस्नैया, कार्यपालन यंत्री मप्रगृनिमं, रतलाम