झाबुआ

सिविल डिफेंस राष्ट्र की सुरक्षा के स्वैच्छिक संगठन है। ये संगठन आम आदमी की सुरक्षा की अवधारणा पर आधारित है- कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा सिविल डिफेंस के कार्यो का कलेक्टर एवं एसपी ने किया अवलोकन,दिया मार्गदर्शन

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सिविल डिफेंस राष्ट्र की सुरक्षा के स्वैच्छिक संगठन है। ये संगठन आम आदमी की सुरक्षा की अवधारणा पर आधारित है- कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा
सिविल डिफेंस के कार्यो का कलेक्टर एवं एसपी ने किया अवलोकन,दिया मार्गदर्शन

झाबुआ । झाबुआ की कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा एवं पुलिस अधीक्षक श्री आगम जैन ने स्थानीय होमगार्ड कैंपस का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्होंने किसी भी आपदा से निपटने हेतु होमगार्ड व एसडी ईआरएफ झाबुआ के पास उपलब्ध आपदा बचाव उपकरणों एवं सामग्रियों का अवलोकन किया तथा उपकरणों को चलवा कर भी देखा। डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट श्री शशिधर पिल्लई द्वारा आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में होमगार्ड, एस डी ईआरएफ तथा सिविल डिफेंस द्वारा आम जन को आपदा के क्षेत्र में सक्षम बनाने हेतु किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।

इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री तन्वी हृुड्डा ने सिविल डिफेंस की प्रसंशा करते हुए कहा कि सिविल डिफेंस राष्ट्र की सुरक्षा के स्वैच्छिक संगठन है। ये संगठन आम आदमी की सुरक्षा की अवधारणा पर आधारित है। जिसका उद्देश्य निश्काम और निःस्वार्थ सेवा है। ये संगठन आपदा पीड़ितों को राहत पहुचाने में मुख्य भूमिका निभाता है। नागरिक रक्षा राज्य के उपायों के नागरिकों की रक्षा करने का प्रयास है, जो किसी भी व्यक्ति, संपत्ति, शत्रुतापूर्ण हमलों के खिलाफ जगह और आंतरिक गड़बड़ी के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए वास्तविक मुकाबले की राशि नहीं है। सिविल डिफेंस “सिविल डिफेंस एक्ट, 1968” के तहत फॉरेड किया गया है।“सिविल डिफेंस” खतरों के खिलाफ नागरिक आबादी की रक्षा करने और शत्रुता या प्राकृतिक आपदाओं के तत्काल प्रभाव से उबरने और इसके अस्तित्व के लिए आवश्यक शर्तों को प्रदान करने के उद्देश्य से मानवीय कार्यों के प्रदर्शन को दर्शाता है। सिविल डिफेंस में इंटरनेशनल सेट-अप है। यह मानवीय कार्य के रूप में माना जाता है। भारत में यह 1968 के नागरिक सुरक्षा अधिनियम (केंद्रीय अधिनियम -27) और नियमों और विनियमों के तहत कार्य करता है। पुलिस अधीक्षक श्री अगम जैन के अनुसार इस संगठन का मूल उद्देश्य है जीवन बचाएं,संपत्ति को नुकसान कम से कम,उत्पादन की निरंतरता बनाए रखें,शत्रुतापूर्ण हमले के दौरान उच्च लोगों के मनोबल को बढ़ाएं। इसे देश की रक्षा के अभिन्न अंग के रूप में आयोजित किया जाता है। यह मूल रूप से एक स्वैच्छिक संगठन है। सरकार द्वारा उपकरणों का नियोजन, मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और प्रावधान किया जा रहा है, जबकि नागरिकों को जनशक्ति, नेतृत्व और उत्साह प्रदान करना आवश्यक है।
कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने जिले के सभी ब्लॉकों में सिविल डिफेंस वॉलिंटियर्स बनाने तथा एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड्स, नेहरू युवा केंद्र व जन अभियान परिषद के सदस्यों तथा महाविद्यालय छात्र छात्राओं को भी आपदा प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए ताकि वे आपदा के दौरान अपना योगदान दे सकें। इसके पूर्व उन्होंने होमगार्ड व सिविल डिफेंस द्वारा संचालित किए जा रहे सार्वजनिक प्याऊ का भी उद्घाटन किया। इस भ्रमण के दौरान प्लाटून कमांडर श्री संतोष डिंडोर, एएसआईएम श्री अरिमर्दन सिंह, सिविल डिफेंस के प्रभारी श्री द्विजेन्द्र व्यास व कार्यालयीन स्टाफ तथा होमगार्ड, एसडीईआरएफ एवं सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर्स उपस्थित थे। अधिकारियों द्वारा होमगार्ड कैंपस की साफ-सफाई, उपकरणों के रखरखाव तथा होमगार्ड, एसडीईआरएफ एवं सिविल डिफेंस द्वारा झाबुआ में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

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