राज माता दत्तिगांव ने श्रृंगेश्वर धाम पहुंच कर लिया दर्शन लाभ
श्री महंत रामेश्वरगिरी जी ने किया राजमाता का सम्मान
राठौड़ (बोराणा) परिवार की ओर से 9 मई को रखी गई नगर चौरासी
झकनावदा/पेटलावद (राजेश काॅसवा):-श्री 108 कुण्डीय अति महारुद्र यज्ञ श्रृंगेश्वर महादेव धाम (झकनावदा) पर 8 मई को शाम को भाजपा शासन के मंत्री श्री राजवर्धन सिंह जी दत्तीगांव (उद्योग मंत्री मध्य प्रदेश शासन) की माताजी श्रीमती कुंसुम सिंह दत्तिगांव,डॉ.वेद के साथ पहुंची। जहां राजमाता ने महादेव, पंचमुखी हनुमान जी, माही माताजी एवं ब्रह्मलीन महंत श्री श्री 1008 काशीगिरी जी महाराज की समाधि स्थल के दर्शन किए। जिसके बाद यज्ञशाला पहुंचकर जजमानो की कुशलक्षेम पूछी। उक्त जानकारी देते हुए श्री 108 कुण्डीय अति महारुद्र यज्ञ समिति के मीडिया प्रभारी मनीष कुमार-शेतानमल कुमट (जैन) ने बताया की जिसके बाद गादीपति महंत श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज के दर्शन कर कुशलक्षेम पूछते हुए महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। बाद श्री 108 कुंडीय अति महारुद्र यज्ञ समिति एवं महंत श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज के द्वारा राजमाता दत्तिगांव का साल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर ठाकुर भूपेन्द्रसिंह राठौर,नरसिंहदास बैरागी,ठाकुर मनोहरसिंह राठौर सेमलिया सहित कई गणमान्य नागरिक एवं गुरु भक्त उपस्थित रहे।
यज्ञ मैं दे रहे आहुतियां
श्री 108 कुण्डीय अति महारुद्र यज्ञ के चौथे दिन 9 मई मंगलवार को यज्ञाचार्य आचार्य पंडित श्री देवेंद्र जी व्यास उज्जैन के द्वारा नित्य पूजन, महारुद्र यज्ञ आहुति, मूर्तियों का फलाधिवास, एवं पुष्पाधिवास,धृताधिवास,सहस्त्रधारा अभिषेक आरती का आयोजन किया गया। संपूर्ण आयोजन में क्षेत्र से हजारों की संख्या में प्रतिदिन गुरु भक्त श्रृंगैश्वर धाम पहुंचकर आयोजन में सम्मिलित हो रहे हैं। 9 मई को भंडारे (नगर चौरासी) का लाभ स्वर्गीय श्रीमती तुलसीबाई, स्वर्गीय श्री नारायण जी राठौड़ झकनावदा वाले की स्मृति में पुत्र जयशंकर राठौड, पुत्र अखिलेश कमलेश राठौड़ (बोराणा) परिवार हाल मुकाम धूलेट (जिला धार) परिवार ने लिया।
महामंडलेश्वर का मिला आशीष
श्री 108 कुण्डीय अति महारुद्र यज्ञ समिति के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि 9 मई को रात्रि में ध्यानयोगी महामंडलेश्वर परम पूज्य ईश्वरानंद जी उत्तमस्वामी जी महाराज एवं महामंडलेश्वर मां कनकेश्वरी देवी का सानिध्य प्राप्त होगा । जिसमें महामंडलेश्वर के साथ-साथ श्रृंगैश्वर धाम गादीपति महंत श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज सहित बड़ी संख्या में गुरु भक्त उपस्थित होकर प्रवचन का धर्म लाभ लेंगे।
सवा लाख रुद्राक्ष से बने शिवलिंग के दर्शन को पधार रहे दूर-दूर से भक्त गण
श्रृंगेश्वर धाम में महाकाल मित्र मंडल झकनावदा के विशेष सहयोग से तैयार किए गए सवा लाख रुद्राक्ष की माला से निर्मित शिवलिंग बना आकर्षण का केंद्र। धार झाबुआ सहित कई अन्य जिलों से लोग इस आयोजन में पधार कर धर्म लाभ ले रहे हैं तो वहीं कई गुरु भक्त महारुद्र यज्ञ स्थल के पांडाल में बने सवा लाख रुद्राक्ष के विशाल शिवलिंग के दर्शन वंदन कर अपने आप को शिवलिंग के साथ फोटो खींचने से नहीं रोक पा रहे हैं। मानो यह शिवलिंग एक सेल्फी प्वाइंट हो ऐसा प्रतीत होता है।
श्री श्रृंगैश्वर धाम का इस प्रकार है परिचय
ऋषि श्रृंगी जी जिनका विवरण वाल्मीकि रामायण में आता है ऋषि श्रृंगी के द्वारा अयोध्या के राजा दशरथ जी को संतान प्राप्ति हेतु पुत्र कामेश्ठी यज्ञ करवा कर राम लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न जैसी आदर्श संतानों की प्राप्ति करवाई। यह विभाण्डक ऋषि के पुत्र के फल स्वरुप उसका निदान प्राप्त हुए। ब्रह्मा जी की तपस्या से इस अद्भुत स्थान का ज्ञान भ्रमण करते श्रृंगी ऋषि जब इस स्थान पर जहां पूर्णिया सलिला माही नदी तथा मधु कन्या नदी का पवित्र संगम स्थल में ऋषि ने जैसे ही स्नान सधन्य्या किया वैसे ही उनके सिर के सिंघ स्वतः ही विलुप्त हो गए। इसी वनवासी स्थान पर तपस्या के पश्चात श्रृंगी ऋषि द्वारा स्थापित प्रसिद्ध शिव मंदिर जो कि वर्तमान में माही नदी में स्थित है श्रृंगैश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। वहीं पर अंतिम समय तक तपस्या में लीन रहे। इसी आध्यात्मिक प्रसंग के कारण ऋषि श्रृंगी के नाम से ही श्रृंगैश्वर धाम की प्रसिद्धि प्राप्त हुई। अब इस तीर्थ को अत्यधिक प्रसिद्धि दिलाने हेतु एवं देश और दुनिया में इस श्रृंगेश्वर महादेव धाम को एक नई पहचान प्राप्त हो इस हेतु वर्तमान गादीपति महंत श्री रामेश्वरगिरी जी महाराज पूरी मेहनत और लगन के साथ लगे हुए हैं।