झाबुआ – कई बार ग्रामीण जन अपनी समस्याओं का समाधान के लिए सीएम हेल्पलाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराते हैं जिसका उद्देश्य होता है शिकायत के आधार पर जल्द से जल्द कारवाई हो । कई बार शिकायतों पर कार्रवाई भी होती और कई बार यह शिकायत पेंडिंग लिस्ट में भी पोर्टल पर शो होती है । कई बार जब शिकायतों का समाधान नहीं होता है तब आम जनों में शासन प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर प्रश्न चिन्ह दिखते है ।
शहर से ही सटे गांव के कुछ ग्रामीण जनों ने अपने गांव की अतिक्रमण की समस्या को लेकर जिला प्रशासन को शिकायत दर्ज करवाई थी । लेकिन कुछ हल नहीं निकला । ग्रामीणजनों ने द्वितीय व तृतीय पत्र के माध्यम से पुन: शिकायत को स्मरण करते हुए पुन: शिकायत दर्ज करवाई । लेकिन फिर भी कोई हल नहीं निकला । तब ग्रामीण जनों की समस्याओं को देखते हुए शहर के कुछ जागरूक युवाओं ने उक्त ग्रामीणों से विस्तार पूर्वक चर्चा करने के बाद उनकी समस्या को सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज करवाया । जिसका उद्देश्य जल्द से जल्द शिकायत के आधार पर ग्रामीण जनों की समस्याओं का समाधान हो सके । सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज होने पर वह पोर्टल पर नजर आने के बाद संबंधित विभाग के अधिकारी ने कुछ युवाओं में से एक को फोन पर चर्चा कर शिकायत बंद करने की बात कही । उनमें से एक युवा ने अधिकारी की बात को मानते हुए तथा किसी पत्र का जिक्र करते हुए , अधिकारी ने एक युवा से हेल्पलाइन की शिकायत को बंद करवाने में सफलता प्राप्त की । तब उक्त अधिकारी ने पुन: दूसरे और तीसरे युवक से फोन पर चर्चा की । तब उनमें से एक युवा ने स्पष्ट तौर पर अधिकारी से कहा शिकायत के आधार पर आप उसका निवारण कर दीजिए ,मैं शिकायत बंद कर देता हूं । इस प्रकार संबंधित विभाग का अधिकारी इन युवाओं से फोन पर ही चर्चा कर सीएम हेल्पलाइन की शिकायत को बंद करने के लिए बना रहा है दबाव । जबकि उक्त शिकायत का जांच प्रतिवेदन आदि अनेक विषयों पर चर्चा की जाए ,तो उसका समाधान तत्काल किया जाना चाहिए ,लेकिन ऐसा अब तक नहीं हुआ है । आओ पता लगाएं :- वह कौन अधिकारी है जो सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत पर बिना कार्रवाई के शिकायत बंद करने के लिए बना रहा है दबाव……?