मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के द्वितीय चरण में 10 हजार से भी अधिक
हितग्राही लाभान्वित किए गए
रतलाम / मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के द्वितीय चरण में दूसरे दिन तक जिले में 10 हजार 324 हितग्राही लाभान्वित किए गए हैं। अभियान के बारे में आमजन को जानकारी मिलने पर लाभ लेने के लिए कार्यालयों में पहुंच रहे हैं। कार्यालयों में कर्मचारियों द्वारा तेजी से काम किया जा रहा है। कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा अभियान की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुसार शिकायतों आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण अभियान में किया जाएगा।
आलोट की जानकारी के अनुसार एसडीएम कार्यालय एवं तहसील में अविवादित नामांतरण बंटवारा, चालू खसरा खतौनी, नक्शा, जाति प्रमाण पत्र तथा ईडब्ल्यूएस पत्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र से संबंधित सेवाओं के कुल 4012 आवेदन प्राप्त हुए, जिनका निराकरण कर दिया गया। सैलाना तहसील के ग्राम करिया की अनुराधा पाटीदार ने नामांतरण के लिए आवेदन किया था। सैलाना तहसीलदार द्वारा आवेदन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए नियमानुसार प्रक्रिया पूर्ण कर दी। आवेदक को नामांतरण आदेशों, खसरे की नकल प्रदान कर दी गई।
रतलाम ग्रामीण तहसील में प्रथम दिवस से ही आमजन को प्रदान की जाने वाली राजस्व एवं सामान्य प्रशासन की विभिन्न सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है। शुरुआती तैयारी के साथ ही तहसील कार्यालय को चालू खसरा खतौनी, नक्शा, जाति प्रमाण पत्र, ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र तथा अन्य चिन्हित सेवाओं के 3081 आवेदन प्राप्त हुए जिनका निराकरण कर दिया गया। प्रकाश नंदराम को जाति प्रमाण पत्र मिला तो दीपक शर्मा निवासी नामली को अपने पुत्र-पुत्रियों के लिए ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र का लाभ अभियान में मिला।
जिला परिवहन कार्यालय बना रहा है लर्निंग लाइसेंस
मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के द्वितीय चरण में कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी के निर्देशानुसार जिला परिवहन कार्यालय कैंप आयोजित कर रहा है जिनमें लर्निंग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं। गुरुवार को रतलाम के शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में कैंप आयोजित हुआ। इस दौरान 67 विद्यार्थियों के लिए लर्निंग लाइसेंस बनाए गए । जिला परिवहन जिला परिवहन अधिकारी श्री दीपक माझी और कॉलेज के प्राचार्य श्री वाई. के. मिश्रा उपस्थित थे। अपने लिए लर्निंग लाइसेंस प्रक्रिया पूर्ण होने पर विद्यार्थी बहुत खुश थे, शासन को धन्यवाद दे रहे थे।