यात्रीगण कृपया ध्यान दें:रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक या दो से गाड़ी पकड़ना हो तो धूप और बारिश से बचने के लिए छाता लेकर
रतलाम~~ आप अगर स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक व दो से गाड़ी पकड़ने जा रहे हैं तो छाता भी साथ ले जाएं। रेलवे प्लेटफॉर्म एक व दो को चार साल बाद भी टीन शेड से पूरी तरह कवर नहीं कर पाया है। इसका खामियाजा यात्री भुगत रहे हैं, जिन्हें 45 डिग्री तापमान में तपते प्लेटफॉर्म पर खड़े रहकर ट्रेन की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं धूप में खड़ी होने से ट्रेन भी गर्म हो जाती है। मंडल मुख्यालय के स्टेशन के प्लेटफॉर्म की यह हालत तब है जबकि प्लेटफार्मों से हर दिन 13 ट्रेनों की आवाजाही हो रही है।
इनमें 19109/10 कोटा-मथुरा-कोटा, 19103 रतलाम-कोटा-रतलाम मेमू, 09499/98 रतलाम-चित्तौड़गढ़-रतला म डेमू,, 11125/26 रतलाम-ग्वालियर-रतलाम एक्सप्रेस, 21126/25 भिंड-रतलाम-भिंड ट्रेन चल रही है। इनमें हर दिन 2800 से 3000 लोग आवाजाही करते हैं। पीआरओ खेमराज मीना ने बताया कि यात्री सुविधा के लिए लगातार काम चल रहे हैं। प्लेटफॉर्म एक व दो का प्रपोजल भेजा है, मंजूरी मिलते ही काम शुरू करवा देंगे।
550 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म के एक तिहाई पर ही टीन शेड
रतलाम-इंदौर ब्राॅडगेज परिवर्तन के बाद रेलवे प्लेटफॉर्म तीन को खत्म कर प्लेटफॉर्म एक व दो को ब्राॅडगेज लायक बनाया था। तब प्लेटफॉर्म का रिनोवेशन होकर नए प्लेटफॉर्म बने थे। चार साल पहले तत्कालीन कलेक्टर आरएन सुनकर ने इसका प्रस्ताव तैयार करवाकर हेड ऑफिस भेजा था।
यह प्रपोजल अब तक स्वीकृत होकर नहीं आया है। ऐसे में यात्री खासे परेशान हो रहे हैं। वर्तमान में 550 मीटर लंबाई वाले प्लेटफॉर्म एक पर करीब 40 मीटर और प्लेटफॉर्म दो पर लगभग 100 मीटर का ही टीन शेड बना हुआ है।( सौजन्य से दैनिक भास्कर)