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नया मास्टर प्लान लागू नहीं:प्लॉट से भी तेजी से बढ़ रहे खेती की जमीन के भाव, 1 साल में 50% से ज्यादा की तेजी रतलाम

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नया मास्टर प्लान लागू नहीं:प्लॉट से भी तेजी से बढ़ रहे खेती की जमीन के भाव, 1 साल में 50% से ज्यादा की तेजी

रतलाम~~प्लाॅट से भी तेजी से खेती की जमीन के भाव बढ़ रहे हैं। शहर से जुड़े क्षेत्रों में खेती की जमीन के भाव में प्लाॅट की तुलना में 50 फीसदी की तेजी आ गई है। जबकि इतना मुनाफा तो प्लाॅट में निवेश करने वालों को भी नहीं मिला है। शहर के आसपास के गांवों में खेती की जमीन के भाव तेजी से बढ़ने की वजह आसपास आवासीय जमीन कम होना है। अभी जो भी आवासीय जमीन है वो पुराने मास्टर प्लान के मुताबिक है और नया मास्टर प्लान अभी लागू नहीं हुआ है। इससे अब आवासीय जमीन सीमित बची हैं। इससे शहर के आसपास से सटे गांवों में जमीन के भाव तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका असर इनके पास के गांवों की जमीन के भाव पर हो रहा है। इससे पास के गांवों की जमीन महंगी हो रही है।

यदि नया मास्टर प्लान लागू हो तो आवासीय जमीन ज्यादा होगी और भाव में जो तेजी आई है वो थमेगी।

ये भी कारण: 8 लेन गुजरने के साथ ही गांवों से होकर रिंग रोड बनाया जा रहा है

शहर के आसपास रिंग रोड बन रहा है। यह रिंग रोड बंजली, मांगरोल, करमदी, सागोद, खेतलपुर, मथुरी सहित आसपास के गांवों से गुजर रहा है। इससे इन गांवों में भी जमीनों के भाव में तेजी आ गई है। 8 लेन एक्सप्रेस-वे गुजरने से भी इनके आसपास के गांवों में भी तेजी से भाव बढ़ रहे हैं। विंड एनर्जी द्वारा पॉवर क्षमता बढ़ाई जा रही है। इससे उनके द्वारा जमीन लेना। सागोद रोड के आसपास निवेश क्षेत्र प्रस्तावित होना। इससे इसके आसपास के गांवों में भी जमीन महंगी हो रही है।

नया मास्टर प्लान लागू हो तो 2,892.21 हेक्टेयर जमीन आवासीय मिलेगी – नया मास्टर प्लान 2035 के लिए तैयार किया है। 2,892.21 हेक्टेयर जमीन आवासीय प्रयोजन के लिए प्रस्तावित की है। इससे इतनी जमीन और आवासीय मिल सकेगी। इसके बाद दाम में राहत मिल सकती है। फिर शहर के आसपास जमीन के भाव की बढ़ोतरी में लगाम लग सकती है।( सौजन्य से दैनिक भास्कर)

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