रतलाम / आत्मनिर्भर भारत एवं आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अंतर्गत मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2022-23 में शासकीय शालाओ में कक्षा 1 से 4 एवं 6 से 7 में नामांकित छात्र छात्राओ के लिए स्व सहायता समहू के माध्यम से गणवेश तैयार करने की जिम्मेदारी स्व सहायता समूहों को दी गयी है जिसके अंतर्गत जिले में ग्रामीण क्षेत्रो के लगभग 1691 शालाओ में लगभग 1.88 लाख छात्र-छात्राओ के लिए सिलाई कार्य में दक्ष लगभग 121 समूहों द्वारा उक्त कार्य किये जाने हेतु चयनित किया जाकर कार्य किया जा रहा है। उक्त कार्य के लिए शासन द्वारा प्रति गणवेश तैयार करने पर राशी रूपये 300 का भुगतान समूह को किया जायेगा।
कार्य प्रारंभ करने के पूर्व स्व सहायता समूहों एवं संगठनों का समुदाय द्वारा की जाने वाली उपार्जन प्रक्रियाओं एवं गणवेश सिलाई कार्य सम्बंधित प्रक्रियाओं के सम्बन्ध में जिला एवं विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षणों का आयोजन कर उन्मुखीकरण किया गया जिसके अंतर्गत 10 प्रशिक्षण आयोजित कर 362 संगठन पदाधिकारी एवं गणवेश कार्य दक्ष समूह सदस्यों द्वारा भागीदारी की गयी।
उक्त कार्य करने के लिए कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में ग्रामीण स्तर से स्व सहायता समूहों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर लगभग 27 सिलाई सेंटरों की स्थापना हेतु स्थान चयन कर सिलाई सेंटर स्थापित किये गए है। आलोट विकासखंड में 5, बाजना विकासखंड में 5, जावरा विकासखंड में 4, पिपलोदा विकासखंड में 3, रतलाम विकासखंड में 6 एवं सैलाना विकासखंड में 4 सेंटरों की स्थापना समूहों द्वारा की गयी है जिसमे 362 दक्ष कार्य कर रहे हैं एवं लगभग 100 से अधिक सदस्य अन्य सहयोगी कार्य में संलग्न है। समूहों द्वारा गणवेश तैयार करने हेतु विभिन्न सामग्रियो की आवश्यकता हेतु उपार्जन का कार्य किया गया एवं गणवेश सिलाई का कार्य किया जा रहा है। सम्पूर्ण जिले में 23994 ड्रेस का वितरण समूहों के माध्यम से किया गया है।