RATLAM

एमसीएच अस्‍पताल हुआ विवाह पूर्व एवं गर्भधारण पूर्व परामर्श केंद्र का शुभारंभ प्रात: 10 बजे से 1 बजे तक नि:शुल्‍क  परामर्श सुविधा उपलब्‍ध रहेगी

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एमसीएच अस्‍पताल हुआ विवाह पूर्व एवं गर्भधारण पूर्व परामर्श केंद्र का शुभारंभ

प्रात: 10 बजे से 1 बजे तक नि:शुल्‍क  परामर्श सुविधा उपलब्‍ध रहेगी

रतलाम मदर्स डे के अवसर पर रतलाम जिले का पहला विवाह पूर्व एवं गर्भधारण पूर्व  परामर्श केद्र का शुभारंभ एमसीएच रतलाम अस्‍पताल में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पदमश्री लीला जोशी, समाजसेवी श्री गोविंद काकानी, डॉ. अनुराधा गोखले, डॉ. ममता शर्मा, डॉ. आशा सर्राफ , श्रीमती अर्चना झालानी, श्रीमती सबा खान, श्रीमती प्रथमा कौशिक, श्रीमती सुलोचना शर्मा,  श्री गोपाल जोशी, श्रीमती सुनीता साथी, श्रीमती सविता तिवारी, श्रीमती रश्मि व्‍यास, विनिता, श्रीमती ज्‍योति छजलानी  एवं अन्‍य मातृशक्ति ने कक्ष का फीता काटकर किया।

इस अवसर पर रेल्‍वे ट्रेक पर मिले बच्‍चे का पालन पोषण करने वाली माता को साडी एवं वस्‍त्र आदि भेंट कर स्‍वागत किया गया । कार्यक्रम में इनरव्‍हील क्‍लब, लायंस क्‍लब तथा रतलाम नई पहल के सामाजिक कार्यकर्ताओं श्रीमती अर्चना झालानी एवं सदस्‍यों द्वारा बेरोजगार महिला को सिलाई मशीन भेंट की एवं शिशुओें के लिए झबले माताओं के लिए काजू के पैकेट आदि प्रदान किए गए।

डॉ. लीला जोशी ने बताया कि परामर्श कक्ष के माध्‍यम से किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाले परिवर्तन प्रजनन स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल गर्भधारण के पूर्व परामर्श दिया जाएगा। इससे एक ओर मातृ मृत्‍यु दर, शिशु मृत्‍यु दर को कम करने के साथ साथ परिवार कल्‍याण कार्यक्रम को बल मिलेगा वहीं दूसरी ओर बालिकाओं के प्रति अपराध कम उम्र के गर्भधारण के कारण होने वाले खतरों में भी कमी लाई जा सकेगी।

श्री गोविंद काकानी ने कहा कि विवाह पूर्व परामर्श प्रदान करने से सिकल सेल अनीमिया, थेलेसीमिया के मामलों में भी कमी लाई जा सकेगी। वर्तमान में सिकल सेल अनीमिया, थेलेसीमिया के लगभग 200 बच्‍चे पीडित हैं जिनको ब्‍ल्‍ड ट्रांसफयुजन की आवश्‍यकता रहती है । उन्‍होने कहा कि विवाह पूर्व  कुंडली मिलान के साथ साथ रक्‍त की जांच भी कराना चाहिए । निकट रक्‍तसंबंधियों में विवाह करना भी सिकल सेल अनीमिया का एक प्रमुख कारण है ।

श्रीमती सबा खान ने बताया कि बडे शहरों के अस्‍पतालों में पृथक परामर्श कक्ष की सुविधा उपलब्‍ध रहती है । बेटियों को समय पर उचित परामर्श मिलने से मासिक धर्म को लेकर होने वाली भ्रांतियों को दूर किया जा सकेगा।  कार्यक्रम का संचालन श्री आशीष चौरसिया ने किया एवं कार्यक्रम में श्रीमती विद्या वास्‍कले काउंसलर एमसीएच, श्री सचिन वर्मा, श्री चेतन पांडे आदि उपस्थित रहे।

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