रतलाम। मुख्यमंत्री ने अपने एक आदेश में कहा था कि मंदिरों की जितनी भी भूमि है वह पुजारी के इच्छा अनुरूप ही नीलाम की जाएगी, परंतु उनकी इच्छा अभिव्यक्ति के विरुद्ध ही शासन के अधिकारी दबाव बनाकर भूमि अधिग्रहण करवा रहे हैं।इस संबंध में रतलाम जिले के समस्त पुजारियों को एक मंच पर लाकर अपने हित की बात और अपने हक के लिए अपनी आवाज शासन तक पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर अखिल भारतीय पुजारी संघ की बैठक रविवार को बरवड़ हनुमान मंदिर हॉल में रखी गई।
आदेश के विपरीत कर रहे काम
बैठक में अखिल भारतीय पुजारी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि शासन के आदेश के विपरीत मंदिरों की भूमि नीलामी के लिए शासन अनाधिकृत रूप से दबाव बनाकर भूमि अधिग्रहण की जा रही है। साथ शासन ने यह निर्देश था कि प्रत्येक शासकीय मंदिर पर परंपरागत रूप से एक मुख्य पुजारी रहेगा। साथ ही परिवार के अन्यत्र व्यक्ति को सहपूजारी के रूप में अपनी समय-समय पर सेवाएं देंगे, परंतु कुछ हठधर्मिता के कारण मुख्य पुजारी अपने अन्य परिवार के सदस्यों को इससे पृथक करने का प्रयास कर रहे हैं।
ये उपस्थित रहे
इस मौके पर पुजारी संघ जिला अध्यक्ष पंडित मुकेश शर्मा, प्रभारी धीरज शर्मा, सचिव दीपक व्यास, पंडित दिनेश शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, राजेंद्र पुजारी, प्रकाश पुजारी, गजेंद्र शर्मा, रेवाशंकर शर्मा, रमेश दास, महेश शर्मा जावरा, शिदास, राधेश्याम जिले के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।
मंदिर पुजारियों ने की आवाज बुलंद
रतलाम। जिले के समस्त पुजारियों को एक मंच पर लाकर अपने हित की बात और अपने हक के लिए अपनी आवाज शासन तक पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर अखिल भारतीय पुजारी संघ की बैठक रविवार को बरवड़ हनुमान मंदिर हॉल में रखी गई।( सौजन्य से दैनिक पत्रिका)