देश धर्म एवं संस्कृति को समझ कर माँ बच्चो को संस्कारित करती है- श्रीमती डामोर
पेटलावद/(राजेश काॅसवा):-विश्वमांगल्य सभा के द्वारा मातृ सम्मेलन का आयोजन पेटलावद के निजी गार्डन में किया गया। आयोजन में बड़ी संख्या में महिलाओ की उपस्थिति रही। सम्मेलन को संबोधित करते हुए विश्वमांगल्य सभा की प्रदेशाध्यक्ष रिटायर्ड आईएएस श्रीमती सूरज डामोर ने बताया कि मातृशक्ति शिक्षित,संस्कारित,स्वस्थ हो तो ही देश धर्म और संस्कृति स्वंय समझते हुए अपनी संतान को भी ज्ञान देकर संस्कारित कर सकती है। श्रीमती डामोर ने कहा मां की भूमिका राष्ट्र निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। परिवार की मुख्य धूरी मां होती है अच्छी मां को निर्मित करना संस्कारित संतान तैयार करना विश्वमांगल्या सभा का मुख्य उद्देश्य है। भारत देश को फिर से विश्व गुरु बनाने की दिशा मैं आप सब की सहभागिता आवश्यक है।
समाज निर्माण में महती भूमिका
इस मौके पर सम्मेलन में पद्मश्री शान्ति रमेश परमार ,पूर्व विधायीका सुश्री निर्मला भूरिया,अखिल भारतीय प्रशिक्षण प्रमुख सुश्री पूजा पाठक,जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अन्नू अजमेरसिंह भूरिया,नगर परिषद पेटलावद की अध्यक्ष श्रीमती ललीता योगेश गामड,पेटलावद जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती देवकुंवर (दुर्गा) पडियार,महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष ज्योति बैरागी अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सभी वक्ताओं ने इस अवसर पर मातृ शक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि हर क्षेत्र में महिलाएं आगे आकर समाज निर्माण में महती भूमिका अदा कर रही है।
ये रहे मौजूद
आयोजन में अजजा मोर्चा जिलाध्यक्ष अजमेरसिंह भूरिया ,भाजपा जिला कोषाध्यक्ष महावीर भंडारी,व्यापारी प्रकोष्ठ जिला संयोजक संजय (गुडडू) भंडारी, नगर परिषद पेटलावद सांसद प्रतिनिधि प्रदीप कुमार पालरेचा,रायपुरिया मंडल अध्यक्ष शांतिलाल मुंणिया,समाजसेवी पार्षद गौतम गेहलोत आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। संचालन सुश्री सुमन सोलंकी द्वारा किया गया। आभार ललिता योगेश गामड़ ने माना।