झाबुआ। श्री पद्म वंशीय मेवाडा राठौर तेली समाज झाबुआ द्वारा 19 मई को भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव बडे ही धुमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर प्रातः काल राठौर समाज द्वारा नगर में बैंडबाजों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी। राठौर समाज के अध्यक्ष रामचंद्र राठौर ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान शनिदेव का जन्मोत्सव बडे ही धुमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर मंदिर में प्रातः काल से ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान विद्वान पंडितों के सानिघ्य में संपन्न होगे। अध्यक्ष रामंचंद्र राठौर ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि शनि जयंती पर प्रातः 8 बजे मंदिर से बैंडबाजों के साथ नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से भ्रमण कर पुनः मंदिर पहुंचेगी। पश्चात दोपहर 2 बजे भगवान का अभिषेक किया जायेगा। तत्पश्चात दोपहर 3 बजे से हवन प्रारंभ होगा, जिसकी पूर्णाहुति शाम 5 बजे होगी और शाम 7 बजे भगवान शनिदेव की महाआरती की जायेगी। भगवान शनिदेव के जन्मोत्सव को लेकर मंदिर को विद्युत बल्फों और फूल मालाओं से आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। मंदिर के सेवक पं. राधेश्याम जोशी ने बताया कि शनि जयंती के अवसर पर भगवान का आकर्षक श्रंगार किया जायेगा। शनिदेव कर्म फल दाता हैं, वे न्याय के देवता हैं। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्म के आधार पर फल देते हैं। शनिदेव जिनके गुरु भगवान शिव हैं, जब प्रसन्न होते हैं, तो व्यक्ति के जीवन में बहुत सारी खुशियां देते हैं, लेकिन जब व्यक्ति कुछ गलत करता है, तो शनि के प्रकोप से नहीं बचा जा सकता है। इस दिन विशेष रूप से शनिदेव की पूजा का महत्व है। कहते हैं कि इस दिन शनिदेव की पूजा करने से और उनके निमित्त उपाय करने से शनिदेव बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। साथ ही शनिदेव की कृपा से जन्म पत्रिका में शनि की अशुभ स्थिति में मिलने वाले प्रभावों जैसे शनि की साढ़े साती और ढैय्या से भी बचा जा सकता है।