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भाजपा के पदाधिकारियों को धरना करना पड़ा महंगा:जिला अध्यक्ष ने जारी किया कारण बताओ नोटिस, 3 दिन में मांगा जवाब

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भाजपा के पदाधिकारियों को धरना करना पड़ा महंगा:जिला अध्यक्ष ने जारी किया कारण बताओ नोटिस, 3 दिन में मांगा जवाब

आलोट~~एक दिन पहले आलोट थाने पर भाजपा के पदाधिकारियों ने धरना दिया था। इसमें उन्होंने आलोट थाने के कुछ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की थी। पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों से अवैध वसूली करने के आरोप भी लगाए। पिपलिया सिसोदिया के जेसीबी ऑपरेटर भरत मालवीय ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने शपथ पत्र देकर कहा था कि पुलिस ने उनसे कनपटी पर पिस्टल अड़ा कर अवैध वसूली की। साथ ही अन्य लोगों ने भी पुलिस के रवैया पर सवाल खड़े किए थे।थाना प्रभारी ने भी मीडिया को अपने बयान जारी कर बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता होकर थाने के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, यह बिल्कुल गलत है। अगर अवैध वसूली शिकायत किसी के साथ हुई थी तो वरिष्ठ अधिकारी को शिकायत कर सकते थे, कोई भी पुलिसकर्मी किसी की कनपटी पर पिस्टल अड़ा कर अवैध वसूली नहीं कर सकता।

भाजपा के पदाधिकारियों ने करीब 5 घंटे तक थाने के बाहर धरना देकर विरोध किया था। भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह आजना यह भी कहा था कि पुलिसकर्मी सरकार की छवि धूमिल करने में लगे हुए हैं। साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भी शिकायत करने की बात कही थी। इस विरोध के बाद देर शाम भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा विरोध प्रदर्शन करके धरना देने वाले 7 पदाधिकारियों को नोटिस दिए।

इन्हें मिले अनुशासनहीनता के नोटिस

भाजपा मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह आंजना, पूर्व मंडल अध्यक्ष दिनेश कोठारी, अनिल भरावा भाजपा जिला कार्य समिति सदस्य, राकेश दायमा, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य (अनुसूचित मोर्चा प्रभारी), पुष्पराज सिंह सोलंकी युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष, पूर्व मंडल अध्यक्ष कैलाश गुप्ता, अनिल पोरवाल को नोटिस जारी किया।

नोटिस में कहा गया कि आपके द्वारा जो धरना प्रदर्शन किया गया वह अपनी ही सरकार के खिलाफ है। जोकि पार्टी की विचारधारा व अनुशासन से परे होकर पार्टी की छवि प्रभावित करने वाला है। 3 दिन में जिला अध्यक्ष ने पदाधिकारियों से जवाब मांगा है।( सौजन्य से दैनिक भास्कर)

अपनी ही सरकार में भाजपा नेताओं को बैठना पड़ा धरने पर

आलोट. पुलिस थाने पर पदस्थ कुछ पुलिस कर्मचारियों की अवैध रूप से वसूली और कार्यशैली के विरोध में भाजपा नेता-कार्यकर्ताओ मंगलवार को पुलिस थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए। छह घंटे के धरने के बाद शाम को पुलिस अधीक्षक के नाम का एक ज्ञापन पत्र एसडीओपी शाबेरा अंसारी को सौंपने के बाद धरना खत्म हुआ। इसमें उन्होंने तीन दिवस में निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की गई। ऐसा नहीं होने की दशा में पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत के नेतृत्व मे बडा आंदोलन करने की चेतावनी दी। शाम को भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा ने आलोट के सात भाजपा नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।

भाजपा नेताओं का कहना है कि किसान लोग इन दिनों खेती व मकान निर्माण आदि कार्य के लिए जेसीबी मशीन व ट्रेक्टर-ट्राली का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस उन्हें पकड रही हैं और इन्हे छोडने के नाम पर अवैध रूप से वसूली की जा रही है। इसकी कुछ लोगों ने शपथ-पत्र के साथ लेनदेन की लिखित शिकायत की है। मंडल अध्यक्ष विक्रमसिंह आंजना ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि इसके बाद थाना प्रभारी से उक्त मामले में चर्चा की तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। ज्ञापन पत्र में अवैध रूप से वसूली करने वाले पुलिस कर्मचारियों की नामजद शिकायत करते हुए तीन दिवस में इनका निलंबन कार्रवाई की मांग की है। यदि ऐसा नहीं होता है।

ये बैठे धरने पर
करीब 6 घंटे तक चले घरने पर बैठने वालों में भाजपा मंडल अध्यक्ष आंजना, पूर्व अध्यक्ष दिनेश कोठारी, कैलाश गुप्ता एवं पवन शर्मा, अनिल भरावा सहित बडी संख्या में पार्टी नेता-कार्यकर्ता मौजूद रहे।
अवैध रेत के मामले में ट्रैक्टर-ट्राली जब्त
अवैध रेत खनन के मामले में ग्राम जलोदिया के पास स्थित लूनी से दो ट्रेक्टर-ट्राली, एक जेसीबी मशीन को पकडा है। इन्हें नियमानुसार कार्रवाई कर जप्त की है। साथ ही तीनों ड्राइवरों को गिरफ्तार किया गया है।
शिवमंगलसिंह सेंगर, थाना प्रभारी आलोट( सौजन्य से दैनिक पत्रिका)

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