धार्मिक आयोजन हमारी युवा पीढ़ी को संस्कारित करने के उपक्रम होते है – विधायक चेतन्य काश्यप – श्रीमद् भागवत कथा को लेकर सामाजिक संस्थाओं की बैठक आयोजित – 29 मई से 4 जून तक बरबड़ स्थित विधायक सभागृह में होगी कथा
धार्मिक आयोजन हमारी युवा पीढ़ी को संस्कारित करने के उपक्रम होते है – विधायक चेतन्य काश्यप
– श्रीमद् भागवत कथा को लेकर सामाजिक संस्थाओं की बैठक आयोजित
– 29 मई से 4 जून तक बरबड़ स्थित विधायक सभागृह में होगी कथा
रतलाम, 26 मई 2023। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के तत्त्वावधान में 29 मई से 4 जून तक होने वाली महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंद जी सरस्वती की श्रीमद् भागवत कथा की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। कथा में सभी समाज और धार्मिक संस्थाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए विधायक चेतन्य काश्यप की उपस्थिति में धार्मिक ट्रस्ट एवं संस्थाओं की बैठक आयोजित हुई। इसमें आयोजन के संबंध में जिम्मेदारियां तय की गई। इस दौरान महापौर प्रहलाद पटेल, वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी कन्हैयालाल मौर्य, श्री हरिहर सेवा समिति अध्यक्ष मोहनलाल भट्ट, श्री गोपालजी का बड़ा मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष मनोहर पोरवाल, समाज सेवी गोविंद काकानी, प्रेम उपाध्याय मंचासीन रहे एवं विभिन्न धार्मिक ट्रस्ट एवं संस्थाओं के प्रमुखजन अच्छी संख्या में उपस्थित रहे। विधायक श्री काश्यप ने विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के समक्ष कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि धार्मिक आयोजन हमारी युवा पीढ़ी को संस्कारित करने के उपक्रम है। जितनी कथाएं होती है, उनका एक उद्देश्य होता है कि अगली पीढ़ी में कुछ न कुछ संदेश जाए। पहले भी मेरे परिवार को पुरूषोत्तम मास में महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंद जी सरस्वती की कथा का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। इस बार पुनः यह सौभाग्य मिला है। पुरूषोत्तम मास सावन में होने पर बारिश की अनिश्चितता के कारण कथा पहले आयोजित की जा रही है।
श्री काश्यप ने सभी धर्ममयी अनुरागी संस्थाओं के साथ विभिन्न समाज से जुड़े परिवारों को कथा के माध्यम से धर्मलाभ लेने का आव्हान किया है। कथा प्रतिदिन सांय 4 बजे से आरंभ होगी। प्रथम दिन कथा से पूर्व अलकापुरी चौराहा से दोपहर 3 बजे भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में शहर की धर्मप्रेमी जनता के साथ माताएं एवं बहने शामिल होगी। कलश यात्रा के अलकापुरी चौराहा से विधायक सभागृह पहुंचने के बाद यहां पूजा-अर्चना के साथ कथा की शुरूआत होगी। यात्रा के संदर्भ में श्री काकानी ने बताया कि कलश यात्रा में बड़ी संख्या में माताएं एवं बहने सिर पर कलश धारण कर चलेगी। इस दौरान स्वामीजी बग्गी में सवार होंगे। यात्रा में आगे बैंड-बाजे, घोडे़, बग्गी के साथ धर्म ध्वजा थामकर भक्तगण चलेंगे, जिससे पूरा वातावरण धर्ममय बनेगा। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन मनोहर पोरवाल ने माना। बैठक में उपस्थित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव दिए। श्रद्धालुओं को कथा में लाने व ले जाने के लिए शहर में दो स्थानों से वाहनों की व्यवस्था की गई है। कथा में प्रतिदिन अलग-अलग धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं स्वामी जी का स्वागत करेगी।