RATLAM

धर्म जागरण की दिशा में यह ज्ञानयज्ञ शहर को चेतन्य करेगा – महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंदजी सरस्वती – सभी सुखी, समृद्ध हो और ऐसे आयोजन करते रहे की कामना के साथ श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति – सेव, सोना, साड़ी और संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध होगा रतलाम – चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति के आयोजन में अंतिम दिन मुख्य अतिथि रहे सांसद श्री डामोर

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धर्म जागरण की दिशा में यह ज्ञानयज्ञ शहर को चेतन्य करेगा – महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंदजी सरस्वती
– सभी सुखी, समृद्ध हो और ऐसे आयोजन करते रहे की कामना के साथ श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ की पूर्णाहुति
– सेव, सोना, साड़ी और संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध होगा रतलाम
– चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति के आयोजन में अंतिम दिन मुख्य अतिथि रहे सांसद श्री डामोर

रतलाम,। श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह श्रवण की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब आपने सात दिवस तक कथा में जो कुछ भी श्रवण किया है, उसे अपने आचरण में आत्मसात करेंगे। जीवन के सर्वांगीण विकास में भक्ति और ज्ञान का महत्वपूर्ण स्थान है। इसे निरंतर बढ़ाते रहे। रतलाम में भौतिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक और धर्म जागरण की दिशा में यह ज्ञानयज्ञ शहर को चेतन्य करेगा। यह उद्गार महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंदजी सरस्वती महाराज ने चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के विश्राम सत्र में कहे।
श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहित पर व्यास पीठ से पौथी पूजन कर शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान सांसद गुमानसिंह डामोर मुख्य अतिथि रहे। फाउंडेशन अध्यक्ष, विधायक चेतन्य काश्यप एवं श्रीमती नीता काश्यप ने भागवत जी को विदा किया। इस अवसर पर मोहनलाल भट्ट, गोविंद काकानी, मनोहर पोरवाल, श्रवण काश्यप आदि उपस्थित रहे। सांसद के साथ जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय, निर्मल कटारिया, संगीता चारेल ने स्वामीजी के दर्शन-वंदन कर आशीर्वाद लिया।

कथा के अंतिम दिन स्वामीजी ने कहा कि शरीर के साथ मन भी स्वस्थ होना चाहिए। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए रतलाम के विधायक चेतन्य काश्यप ने मेडिकल कॉलेज शुरू कराया है और मन को स्वस्थ रखने के लिए कथा करवा रहे है। इस प्रकार इनके द्वारा मन और शरीर दोनों को स्वस्थ रखने का काम किया गया है। जीवन की आपाधापी में आपका तन-मन स्वस्थ रहे, उसका इन्होने ध्यान रखा है। इसके साथ ही रतलाम के विकास में महत्वपूर्ण योगदान भी दिया है और सामाजिक समरसता के भाव से हर वर्ग के लोगों को जोड़ने का काम किया है।

स्वामीजी ने कहा कि रतलाम के लोगों में धर्म के प्रति बड़ी निष्ठा है। जैसे रतलाम की सेव का स्वाद कहीं नहीं मिलता है, वैसे ही यहां जैसे श्रोता भी कहीं नहीं मिलते है। विधायक काश्यप के प्रयासों से यह शहर अब सेव, साड़ी और सोना ही नहीं अपनी संस्कृति के लिए भी पहचाना जाएगा। स्वामीजी ने कहा कि कानों से अच्छा सुनो, आंखों से अच्छा देखो और मुंह से अच्छा बोलो, जिस मार्ग पर महापुरुष चले उस मार्ग पर चलो। मनमानी करोगे तो भटक जाओगे। आपको भटकाने वाले बहुत लोग मिलेंगे, ऐसे लोगों से बचना चाहिए। आप अच्छे काम करते जाओ, परिणाम की चिंता भगवान पर छोड़ दो। भगवान के यहां देर है, अंधेर नहीं।
स्वामीजी ने उन्होने सर्व कल्याण की कामना के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन किया। तत्पश्चात महाआरती की गई। इस अवसर पर सांसद गुमानसिंह डामोर ने कहा कि जिसने भागवत कथा का श्रवण किया है, उसे मोक्ष की प्राप्ती होना सुनिश्चित है। ऐसा कहा जाता है कि जहां भागवत कथा का आयोजन होता है, भगवान स्वयं वहां उपस्थित होते है, उनके दर्शन भले ही नहीं होते, लेकिन आशीर्वाद मिलता है। हम सभी को धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए, जिससे भारत को शक्तिशाली राष्ट्र बनाया जा सके। चेतन्य काश्यप जिस तरह से रतलाम के विकास में लगे है, उसी तरह से भारतीय संस्कृति को मजबूत करने का काम भी कर रहे है।
कथा ने दिया सामाजिक समरसता का संदेश – विधायक चेतन्य काश्यपकथा के समापन अवसर पर विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि स्वामीजी के मुखारविंद से 7 दिनों से ज्ञान की गंगा में यह संदेश मिला है कि वर्तमान समाज, धर्म, राजनीति, युवाओं के विकास में संस्कार जरूरी है। वर्तमान में परिवार तेजी से टूट रहे है, इसलिए संस्कारों से उन्हे जोडे़ रखना जरूरी है। सभी समाजों ने यहां एक मंच पर आकर सामाजिक समरसता का उदाहरण दिया है, जिससे रतलाम का गौरव बढ़ा है। श्री काश्यप ने कहा कि उन्हे सबसे बड़ा संतोष रतलाम में मेडिकल कॉलेज शुरू होने से मिला है।

श्री काश्यप ने इस मौके पर पर कथा के दौरान सक्रिय सहयोग देने वाले हरिहर सेवा समिति के मोहनलाल भट्ट, गोविंद काकानी, कथा से जुड़ा कार्य संयोजन करने में मनोहर पोरवाल, निर्मल लुनिया, भोजन व्यवस्था संयोजन महापौर प्रहलाद पटेल व 200 कार्यकर्ताओं की टीम, भव्य कलश यात्रा संयोजन में ताराबेन सोनी, राखी व्यास, देवश्री पुरोहित, निशा सोमानी, अनिता वसावा, अनिता कटारा व 30 महिलाओं की टीम, कलश यात्रा मार्ग संयोजन में मंडल अध्यक्ष मयूर पुरोहित व टीम, मंच व्यवस्था विपिन पोरवाल, प्रद्युम्न मजावदिया, भूपेंद्र कावड़िया, योगेश पापटवाल, वीआईपी बैठक व्यवस्था जयवंत कोठारी व टीम, भोजन बनाने की व्यवस्था धीरज व्यास, भण्डार व्यवस्था प्रकाश पटवा, कार्यक्रम संचालन विकास शैवाल, भक्तों को मैजिक वाहन से लाने के लिए अशोक पंचौली व संजय सोलंकी, स्वामीजी की कथापरायण को भक्तों तक फेसबुक, यू-ट्युब एवं लाईव ऑडियो-वीडियो के माध्यम से पहुँचाने वाली टीम के समस्त सदस्यों के साथ कथा में पधारे समस्त भक्तों का आभार व्यक्त किया।
कथा के दौरान महापौर प्रहलाद पटेल एवं भोजन व्यवस्था टीम, काकानी परिवार, श्री कालिका माता सेवा मंडल ट्रस्ट, सनातन सोश्यल ग्रुप एवं सनातन धर्म सभा, पाटीदार समाज, नमो ग्रुप, भाजपा महिला मोर्चा, सनातन सोश्यल ग्रुप एवं सनातन धर्मसभा, उत्सव महिला समिति, माहेश्वरी समाज एवं महिला प्रगति मंडल, भारतीय स्त्री शक्ति शाखा, संयुक्त माली समाज, दाऊजी धाम यूवा समिति, कसेरा सागल साथ समाज, भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ, पांचाल समाज, महाराष्ट्र समाज, ब्रह्मकुमारी आश्रम की दीदी बहने, भोजन व्यवस्था के सभी सदस्यगण, गोपालसिंहजी गहलोत मित्र मंडल, नागर ब्राह्मण समाज, अखिल भारतीय कुभकार महासंघ, शिव शक्ति ग्रुप अलकापुरी, श्रीराम

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