रतलाम में बढ़ रहे साइबर ठगी के मामले:क्रिप्टो करेंसी में निवेश और ऑनलाइन विज्ञापन के नाम पर हो रही ठगी ,रतलाम पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
रतलाम~~रतलाम जिले में इन दिनों साइबर अपराधियों की सक्रियता लगातार बढ़ रही है। साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों से ठगी और ब्लैक मेलिंग कर रहे हैं। बीते दिनों रतलाम में सोशल मीडिया नेटवर्क और अनजान नंबरों से कॉल कर क्रिप्टो करेंसी में निवेश और ऑनलाइन विज्ञापन शेयरिंग के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। ताजा मामला सोशल मीडिया पर अनजान युवती द्वारा एक कपड़ा व्यापारी और एक बेरोजगार युवक से दोस्ती कर उसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का है । रतलाम एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने साइबर ठगी और साइबर ब्लैकमेलिंग को लेकर जिले की आम जनता के लिए अपील जारी की है।
रतलाम में साइबर ठगी के ताजा मामलों में एक बेरोजगार युवक को अनजान युवती ने पहले दोस्ती के जाल में फंसाया और क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के नाम पर 2 लाख 15 हजार रुपए ठग लिए। इसके बाद बाजना बस स्टैंड क्षेत्र के कपड़ा व्यवसाई मदन पोरवाल से भी एक अनजान युवती ने सोशल मीडिया पर दोस्ती की । जिसके बाद युवती ने क्रिप्टोकरसी बिजनेस प्लान की जानकारी देकर ₹5000 के निवेश पर 24 घंटे में ढाई सौ रुपए कमाई भी करवाई। अधिक रुपए कमाने के लालच में कपड़ा व्यवसाई ने कुल 8 लाख रुपए का निवेश अनजान युवती के कहने पर कर दिया। जिसके बाद से युवती और क्रिप्टो करेंसी बिजनेस की लिंक गायब है।
वीडियोकॉलपरअश्लीलबातेंकरहोरहीब्लैकमेलिंग
रतलाम पुलिस की एडवायजरी के अनुसार मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए स्वयं को महिला दर्शाते हुए अपने प्रोफाइल फोटो में किसी महिला की फोटो लगाकर पुरुषों को मित्रता सूची में जोड़ लेते हैं। यह अपराधी शुरू में सामान्य बात कर यह दर्शाते हैं कि वह महिला है और आगे बात करने के लिए स्वयं का व्हाट्सएप नंबर दे देते हैं। इस नंबर पर वॉइस चेंजर के माध्यम से महिला बात करती है। बात करते-करते साइबर अपराधी कामुक बात करने लगते हैं और वीडियो कॉलिंग के लिए कहते हैं। यह अपराधी वीडियो कॉल कर स्क्रीन रिकॉर्ड के माध्यम से वीडियो को रिकार्ड कर लेते हैं और यह वीडियो आपके मित्रों और परिजनों को भेजने का डर दिखाकर रुपयों की मांग करते हैं। कई लोग डर के कारण इनकी मांग पूरी कर देते हैं और अपराधी बाद में पैसों की मांग बढ़ाते जाते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
त्वरित लाभ मिलने जैसे काल्पनिक प्रलोभन में नहीं आए । मोबाइल मैसेज में आने वाले ओटीपी किसी के साथ शेयर नहीं करें ।
कभी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर मित्रता ना करें। यदि मित्रता करने के बाद किसी मित्र की प्रतिक्रिया संदिग्ध लगती है तो उसे तत्काल अपनी फ्रेंड लिस्ट से अनफ्रेंड कर दें।
किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना नंबर, बैंक खाते की जानकारी और आधार कार्ड की जानकारी नहीं दे।
अपनी सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल को लॉक रखें, जिससे कोई भी आपकी प्रोफाइल में जाकर आप से संबंधित जानकारियां ,पोस्ट और मित्र नहीं देख सके।
जब तक पहचान की पुष्टि ना हो जाए तब तक किसी भी व्यक्ति से बात या वीडियो कॉलिंग ना करें।
यदि इसके बाद भी आप किसी तरह के फ्राड का शिकार हो जाते हैं तो घबराए नहीं और तत्काल पुलिस को सूचना दें ।
साइबर ब्लैकमलिंग की स्थिति में संदिग्ध व्यक्ति को तत्काल अनफ्रेंड कर दें और अपनी प्रोफाइल को भी कुछ समय के लिए डीएक्टिवेट कर दें ताकि उक्त अपराधी वीडियो को आपके परिजनों और मित्रों को नहीं भेज सके (SABHAR DAINIK BHASKAR)