RATLAM

घटिया निर्माण:10 दिन में ही उखड़ने लगा फोरलेन, घटिया निर्माण को छिपाने मुरम और मिट्टी डाल दी

Published

on

घटिया निर्माण:10 दिन में ही उखड़ने लगा फोरलेन, घटिया निर्माण को छिपाने मुरम और मिट्टी डाल दी

रतलाम~~अमृतसागर तालाब बगीचे से बाजना बस स्टैंड मार्ग को फोरलेन बने अभी दस दिन ही हुए हैं कि इसकी सीमेंट और गिट्टी निकलने लगी है। न्यू बाजना बस स्टैंड के सामने सीमेंट और कांक्रीट उखड़ गया है। जब इसकी जानकारी ठेकेदार को मिली तो ठेकेदार ने इसे छिपाने के लिए मुरम और मिट्टी डलवा दी है ताकि लोगों को पता ना चल सके।

इस फोरलेन का निर्माण 2.88 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। 13 नवंबर 2022 को रतलाम आए नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्रसिंह ने इसके निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था। इसके बाद काम शुरू हुआ था। ठेकेदार की मशीन खराब होने से 15 दिन बाद काम रुक गया था। इसके बाद फिर निर्माण शुरू हुआ था। दस दिन पहले ही यह बनकर तैयार हुआ है कि इसकी सीमेंट और गिट्टी निकलने लगी है और घटिया निर्माण की पोल खुलने लगी है। मंत्री के भूमिपूजन के तुरंत बाद फोरलेन का निर्माण शुरू हो गया था।

एक सप्ताह बाद 20 नवंबर को महापौर प्रहलाद पटेल निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने अमृतसागर तालाब बगीचे से बाजना बस स्टैंड तक का निर्माण देखा। इस दौरान उन्होंने ठेकेदार को सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया और फोरलेन की गिट्टी और मिट्टी निकलने लगी है।

निर्माण की पोल खुली तो ठेकेदार ने ऊपर से इस तरह लीपापोती करवा दी

यह फोरलेन दो हिस्सों में बना है। अमृतसागर बगीचे से दीनदयाल नगर तिराहे तक और फिर यहां से बाजना बस स्टैंड तक। अमृतसागर बगीचे से दीनदयालनगर तिराहे तक तो यह फोरलेन सीधा है। इसके आगे नगर निगम की न्यू बाजना बस स्टैंड के बाहर 13 दुकानें आ रही थीं। नगर निगम ने इसे ना हटाते हुए यह फोरलेन बनवाया है। इससे यह फोरलेन टेढ़ा बना है। यदि नगर निगम इन दुकानों को हटा देता और दुकानदारों को अन्य जगह शिफ्ट कर देता तो यह स्थिति नहीं बनती और फोरलेन भी अमृतसागर बगीचे से बाजना बस स्टैंड तक एक जैसा चौड़ा बनता।

चेक कराया जाएगा
महापौर प्रहलाद पटेल ने बताया कि इस मामले में शिकायत नहीं आई है। आप बता रहे हैं कि सीमेंट और गिट्टी निकल रही है तो इसे चेक कराया जाएगा। मैंने जब निरीक्षण किया था तब फोरलेन निर्माणाधीन था। उस समय इस तरह की स्थिति नहीं थी। प्रमुख मार्ग है। इससे कई बार लोग भी नहीं मानते हैं और आना-जाना शुरू कर देते है। इससे भी सीमेंट का लेप निकल जाता है, दिखवाया जाएगा।

जांच के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो

सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत अजमेरा ने बताया कि दस दिन पहले ही रोड का निर्माण हुआ है। लेकिन अभी से सीमेंट निकलने लगी है तो गिट्‌टी उखड़ने लगी है। इसे छिपाने के लिए ठेकेदार ने इसके ऊपर मुरम और मिट्‌टी डाल दी है। निर्माण की जांच होनी चाहिए और जो भी दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस के युवा नेता गोपाल चंदवाड़िया ने बताया कि लंबे समय बाद सड़क का निर्माण हुआ। लेकिन गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। रोड पर हो रहे गड्ढे मुरम से छिपाने पड़ रहे हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।(SABHAR DAINIK BHASKAR)

Trending