झाबुआ -21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल में योग दिवस मनाया गया । शिक्षिका योगिता श्रीवास द्वारा छात्रों को योग दिवस के बारे में बताया गया ।उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की थीम “वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग” है। वसुधैव कुटुंबकम का अर्थ है पूरी धरती ही एक परिवार है, अर्थात सभी लोग अपने स्वास्थ्य के लिए योग करें । उन्होंने बताया कि 21 जून को विश्व भर में विश्व योग दिवस मनाया जाता है। विश्व योग दिवस की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2014 में यूनाइटेड नेशन के मंच से पूरे विश्व को योग का महत्व बताने के लिए की थी। योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी होता है । यह एक प्राचीन भारतीय साधना है । भारतीय इतिहास में सबसे पहले योगी के रूप में कपिल मुनि को याद किया जाता है । गीता में श्री कृष्ण ने कहा है कि योगियो में मैं कपिल मुनि हूँ। योग न केवल शारीरिक और मानसिक विश्राम प्रदान करता है बल्कि शक्ति और लचीलापन भी विकसित करता है ।योग से शारीरिक तंदुरुस्ती तो आती ही है लेकिन सबसे ज्यादा मानसिक शांति मिलती है एवं तनाव कम होता है, साथ ही शरीर की सभी क्रियाओं को भी नियंत्रित करता है। योग से जीवन के सभी भाव नियंत्रित होते हैं । योग से शरीर का ब्लड का प्रवाह नियंत्रित रहता है 21 जून 2015 को पहली बार इंटरनेशनल योग दिवस मनाया गया । आज हम 9 वाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं। अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल का लक्ष्य शिक्षा ,स्वास्थ्य और संस्कार है। विद्यालय में प्रति शनिवार सहज योग द्वारा छात्रों को ध्यान करवाया जाता है ।शिक्षा के साथ ही साथ स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए विद्यालय की खेल शिक्षिका सुश्री मिताली त्रिवेदी के निर्देशन में विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों द्वारा योग किया गया। जिसमें सर्वप्रथम सूक्ष्म व्यायाम , ताड़ासन, त्रिकोणासन, अर्ध चक्रासन, वज्रासन और प्राणायाम करवाया गया ।कार्यक्रम में विद्यालय के डायरेक्टर डॉ लोकेश दवे , डॉ चारुलता दवे, प्राचार्य डॉ रितेश लिमये, अंकुरम एकेडमी राणापुर और अंकुरम इंटरनेशनल स्कूल झाबुआ के समस्त शिक्षक- शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।