अलीराजपुर – जिला मुख्यालय पर रहने वाले सभ्य कहे जाने वाला नगरवासी गैर आदिवासियों द्वारा आदिवासी समाज के वाटे मे सब्जी आम जैसी खाद्य वस्तुओ को बेचने वाले लोगो को ठगी का शिकार बना रहे है , ये पहली घटना नहीं है जिले मे जब कोई नकली नोट पकड़ा गया गौरतलब है अलीराजपुर आदिवासी बाहुल्य जिला है यहां शाक्षरता प्रतिशत सर्वाधिक कम है गांव से आने वाले ज्यादातर आदिवासी महिला बच्चे बड़े बुजुर्ग अनपढ़ भी होते है जो अपने खेतो की सब्जी या आम जाम और अन्य खाद्य वस्तुओ को वाटे से बेचते है , बड़ी मुश्किल से दिनमे 100-500 रूपये कमाने वाले इन लोगो के साथ नगरपलिका द्वारा बैठने पर रसीद के नाम पर वसूली करती है वही आजकल नकली नोटों से ठगी की जा रही है , आज ताज़ा घटनाक्रम नीम चौक मे बैठी सब्जी और आम के वाटे लेकर एक बुजुर्ग महिला के साथ हुआ महिला सेकड़ी पति वेस्तीया निवासी चौगनवाट के साथ हुआ महिला ने जब दूसरी बार उसी आदमी को नकली नोट लेकर रंगे हाथों पकड़ा तो दो चार चाटे मारकर धुलाई कर दी और आसपास से लोग जमा होने लगे तो एक 50-55साल का बोहरा समाज का व्यक्ति वहां से भाग निकला , पहचान CCTV फुटेज से की जा रही है जिसमे सफ़ेद स्कूटी से बोहरा आता है और महिला उसे पकड़कर रखती है फिर झापटे भी मारती है , फिर वी व्यक्ति भाग जाता है मौक़े पर पुलिस आयी लेकिन जाँच नजर नहीं आयी , सामाजिक संगठन के सक्रिय लोगो ने महिला से चर्चा कर थाने आवेदन करने की बात कही , इस तरह आदिवासी से आदिवासी समाज से सरेआम ठगी और भारतीय मुद्रा अधिनियम का उल्लंघन करना दंदनीय अपराध है अब जिला प्रशासन इसे किस तरह लेता है देखना होगा ।