अलीराजपुर – कलेक्टर श्री राघवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में डीएलसीसी बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में वर्ष 2022-23 के लक्षणों की प्रगति की समीक्षा करते हुए 2023-24 के लक्ष्यों एवं प्रगति को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए कि म.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों के सीसीएल के कार्य को समय सीमा में पूरा करने के निर्देष दिए। उन्होंने पीएमएफएमई, पशुपालन, मत्स्य पालन केसीसी प्रकरणों की समीक्षा करते हुए प्रगति सुनिष्चित करने के निर्देष दिए। भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना, टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण किया जाए। विशेष कैंप लगाकर प्रकरणों का निराकरण किया जाए। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिषेक चौधरी उपस्थित थे। इस अवसर पर आरबीआई के अग्रणी जिला अधिकारी श्री आषीश हसानी ने बताया की आरबीआई के निर्देशानुसार विगत वर्ष 2004 से बैंकों के व्यावसायिक सेवा क्षेत्र सर्विस एरिया की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। कोई भी व्यक्ति जिले संबंधित क्षेत्र में बैंक की किसी भी शाखा से बैंक संबंधित व्यावसायिक एवं वित्तीय सेवाएं ले सकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि बैंक संबंधित बीसी अपने अपने निर्धारित क्षेत्र में सेवाएं दें। वें बैंक की ब्रांच शाखा परिसर में ही बैठकर अपना कार्य करने के बजाए एरिया क्षेत्र में पहुंचकर सेवाएं प्रदान करें। उक्त कार्य की माॅनिटरिंग एवं रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी उन्होंने दिये। उन्होंने निर्देश दिए कि बैंक स्तर पर माह के तीसरे शुक्रवार को वित्तीय साक्षरता शिविर अनिवार्य रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए। जिसकी रिपोर्ट आरबीआई प्रतिनिधि एवं जिला कलेक्टर को प्रस्तुत करें। उक्त कैम्प में बीसी भी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे। आरसेटी के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षणार्थियों को प्राथमिकता के साथ ऋण प्रकरणों को स्वीकृति प्रदान की जाए। डीडीएम नाबार्ड श्री घनश्याम मीणा, एलडीएम श्री राजेश हासवानी, वित्तीय साक्षरता परामर्शदाता श्री सुधीर जैन, सहित अन्य बैंकर्स, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे ।