अलीराजपुर – कलेक्टर साहब एक नजर इधर भी डालिये , अगर ग्रामीणों अपने ही गाँव मे रोजगार नही मिलेगा तो ग्रामीण गाँव छोड़कर करेंगे ही गुजरात की ओर प्रस्थान , साहब लगाम लगाओ इन भर्ष्ट अधिकारियों पर ।
सुदूर सड़क निर्माण में हो रहा है मशीनों से काम , सरपंच, सचिव सहायक, सचिव और कथित ठेकेदार के साथ अधिकारी और कर्मचारी मिलकर कर रहे है भारी भ्रष्टाचार ।
अलीराजपुर – जिले मे जहाँ देखो वहा मनरेगा के कामों में मशीन चलाकर किया जा रहा है भारी भ्रष्टाचार आज एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमे उदयगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कालूवाट में सामने आया है ग्राम कालुवाट में एक से डेढ़ किलोमीटर की सुदूर सड़क का निर्माण किया जा रहा है जिस सड़क का निर्माण किया जा रहा है ।उसमे मजदूरों से काम करवाया जाना चाहिए था लेकिन सड़क निर्माण करने वाले नकली ठेकेदार ने मजदूरों की जगह ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन से निर्माण करवाया गया जबकि ग्राम में कई सेकडो मजदूर बेरोजगार है। जब इसकी शिकायत उदयगढ़ C.E.O. मनीष भँवर से की गई तो कार्यवाही का कहकर फ़ोन कट कर दिया , बाद में फ़ोन करने पर फ़ोन अटेण्ड ही नही किया , शासन लोगो को रोजगार मिले इसके लिए ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहद योजना बनाकर लोगो को मनरेगा के द्वारा रोजगार देने के लिए लाखो रुपया भेजती है लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिन और सहायक सचिव और फर्जी चोर ठेकेदारों और जिले के काबिज जवाबदार अधिकारी जिसमे उदयगढ़ सीईओ मनीष भँवर, सरपंच सचिव और सहायक सचिव के साथ मिलकर नकली ठेकेदार जो नेताओ से साठ गांठ कर भारी कमिसन देकर पंचायत से काम छीन कर खुद करते है और पंचायतों में आम ग्रामीणों को मिलने वाले रोजगार को खत्म कर देते है , ओर तो ओर ग्राम कालुवाट में राजस्व की नदी से सेकडो ट्रैक्टर बनडा निकालकर सड़क पर डाल रहे है जिससे राजस्व को भारी नुक्सान हो रहा है साथ ही प्रकृति को भी नुकसान हो रहे है उसकी भी जांच होनी चाहिए।जबकि ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव व सहायक सचिव इसकी राशि निकालने के लिए फर्जी मस्टर का सहारा लेने जिसमे नकली मजदूरों के नाम मस्टर में डाले जायेगे और उनके खाता नंबर भी डाले जायेगे और फिर राशि ट्रांसफर करवाई जायेगी और फिर राशि का आहरण भी होगा और उसके बाद मशीनों का भुगतान किया जाएगा जबकि मजदूरों से काम लेकर मजदूरी मजदूरों को मिलनी चाहिए जबकि ऐसा कुछ नही होगा जिला कलेक्टर माननीय राघवेंद्र सिंह जी इस और विशेष ध्यान देकर इसकी जांच करावे क्योंकि इसमें मजदूरों से मजदूरी छीनी गई और नदी से बनड़ा निकालकर प्रकृति के साथ साथ राजस्व विभाग को भारी नुकसान पहुंचाया गया है ।। इस सुदूर सड़क निर्माण में हुवे भ्रष्टाचार में सरपंच सचिव सहायक सचिव ठेकेदार जेसीबी मालिक और ट्रैक्टर मालिको को पर भी रिपोर्ट दर्ज कर अपराधिक कार्यवाही होनी चाहिए ।