झाबुआ। आज से विद्यार्थियों के लिए स्कूल जाने का श्री गणेश हो गया है। ऐसे तो विद्यार्थी जून के आखरी पखवाड़े में जाने का समय शासन द्वारा निर्धारित रहता है लेकिन इस बार ज्यादा गर्मी की वजह से छुट्टियां बढ़ा दी गई थी जो आज 1 जुलाई से स्कूलों का श्री गणेश प्रारंभ हुआ।
मस्ती, खेलकूद के बाद बच्चे फिर पहुंचे स्कूल
गर्मी की छुट्टियों के बाद हर विद्यार्थी मस्ती और खेलकूद बच्चे लग गए थे लेकिन आज से फिर स्कूल चले की दौड़ में बच्चे स्कूलों के प्रवेश उत्सव मैं शामिल होकर पुनः अध्ययन में लग गए। आज से नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो गई है। नए सत्र के लिए स्कूलों में शाला प्रवेश उस्तव का आयोजन भी किया। इस दौरान जिन बच्चों का स्कूलों में एडमिशन नहीं हो सका उनका एडमिशन किया गया। आज से शाला प्रवेश उत्सव पर सभी छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। कई विद्यार्थी माता-पिता के पांव छूकर पर गुरुओं के पांव छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया उसके बाद नए शिक्षा सत्र में गए।
कोई विद्यार्थी वाहन से तो कोई पैदल पहुंचे स्कूल.. आज से शिक्षा सत्र प्रारंभ होते ही कोई विद्यार्थी अपने पापा के साथ वाहन से कोई मम्मी के साथ तो कोई अंकल के साथ विद्यालय पहुंचते हुए दिखाई दिए विद्यार्थियों में स्कूल प्रारंभ होने की खुशियां अलग से ही झलक रही थी वह अपने स्कूल ड्रेस कोड के साथ स्कूल पहुंचे।
लंदन किड्स विद्यार्थी स्कूल पहुंचकर हुए गदगद.. मुख्यालय पर दत्त कॉलोनी स्थित लंदन किड्स स्कूल पर बच्चे विद्यालय में प्रवेश करते हुए गदगद होते दिखाई दिए और खुशी के मारे झूम उठे। लंदन किड्स के संचालक हरीश यादव व स्कूल स्टाफ ने बच्चों को तिलक लगाकर स्वागत व शुभकामनाएं दी। विद्यार्थियों ने भी स्कूल में प्रवेश करते ही सेल्फी प्वाइंट पर जाकर सेल्फी खिंचवाने से भी नहीं चूके।
वही स्कूल स्टाफ ने समस्त विद्यार्थियों को चॉकलेट वितरित की। उसके पश्चात लंदन किड्स के संचालक हरीश यादव और समस्त स्टाफ ने मिलकर प्रार्थना का आयोजन किया जिसमें सभी छोटे विद्यार्थी प्रार्थना में सम्मिलित हुए। प्रार्थना के पश्चात स्कूल द्वारा गेम खेल आयोजन किया गया, जिसमें बारी-बारी से बच्चों ने अलग-अलग प्रकार की खेलकूद में हिस्सा लिया। कुछ बच्चों ने टेडी बेयर तो कुछ बच्चों ने बॉस्केट बॉल गेम अपनी रुचि दिखाई। गेम खेल के बाद बच्चों का डांस प्रतियोगिता भी आयोजित की गई जिसमें बारी-बारी से बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी। उसके पश्चात विद्यालय द्वारा अध्ययन का कार्य विद्यार्थियों को दिया गया जिसमें पहले ही दिन विद्यार्थी मन लगाकर के हंसी खुशी से अध्ययन करते दिखाई दिए।