झाबुआ – झाबुआ के राजवाड़ा परिसर के आवागमन मार्ग पर दो बैंकों द्वारा अवैध रूप से पार्किंग को लेकर परिसर के रहवासियों ने आक्रोश जताते हुए धरना प्रदर्शन किया और अवैध पार्किंग हटाओ.. के नारे लगाए । 2 घंटे चले इस धरना प्रदर्शन में यातायात प्रभारी द्धारा 7 दिन के भीतर समस्या का समाधान का आश्वासन दिया, तत्पश्चात धरना.समाप्त हुआ ।
जानकारी अनुसार सुबह करेब 10:30 राजवाड़ा परिसर झाबुआ के रहवासी राजवाड़ा गेट पर एकत्रित हुए और बैंकों की अवैध पार्किंग की समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन प्रारंभ किया । सर्वप्रथम रहवासियों ने बैंकों के ग्राहकों के वाहनों को रोका और पैदल जाने हेतु निवेदन किया । तत्पश्चात बैंक के रहवासियों ने अवैध पार्किंग हटाओ अवैध पार्किंग हटाओ के नारे लगाए । रहवासियों का कहना है कि राजवाड़ा परिसर झाबुआ एक निजी रहवासी क्षेत्र हैं ना कि कमर्शियल क्षेत्र है। इस क्षेत्र में लगभग 40 परिवार निवासरत है तथा इस क्षेत्र में आने और जाने का केवल एक ही मार्ग है रहवासियों ने यह भी बताया कि इस परिसर के आवागमन क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया दो बैंक हैं जिनके पास स्वयं की निजी किसी भी प्रकार की कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है तथा इन दोनों बैंकों के सभी ग्राहक अपने वाहनों को इस आवागमन के रोड पर ही पार्क करते हैं । इसके अलावा इस बैंक के कर्मचारियों व ग्राहकों की गाडीयो की हमेशा लाइन लगी रहती है तथा कैश वैन भी बीच मार्ग में ही खड़ी रहती है। जिससे यह मार्ग हमेशा बाधित रहता है । जिससे इस रहवासी क्षेत्र के लोगों को आने जाने में समस्या उत्पन्न होती है । रहवासियों ने 9 बिंदु पर अपनी समस्या की बात कही है जिसमें बताया 1. कि बैंकों का स्वयं की पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से यातायात बाधित होता हैं और आवागमन बाधित होता है समस्या का निराकरण नहीं होने पर न्यायालय की शरण में जाने पर भी विचार । 2.जिस समय स्कूल के बच्चों की छुट्टी होती है तब सभी बच्चों को इन वाहन चालकों द्वारा बाहर ही छोड़ दिया जाता है क्योंकि यह मार्ग पूर्णत: बाधित रहता है । 3. यदि इस रहवासी क्षेत्र के किसी व्यक्ति का स्वास्थ अत्यधिक खराब होने पर या डिलेवरी केस मे एंबुलेंस के आने जाने की जगह भी नहीं रहती है 4. यदि किसी कारणवश आगजनी भी होती है तो इस अवैध पार्किंग के कारण फायरबिगेड जाने की जगह भी नहीं है.। 5. परिसर के यहवासियों को अपने चार पहिया वाहन को लाने ले जाने के लिए अल सुबह या शाम होने का इंतजार करना पड़ता है । 6. घरों के लिए सामान चार पहिया वाहन से लाने के लिए बैंकिंग समय खत्म होने का इंतजार करना पड़ता है ।7. घरेलू गैस सिलेंडर वाहन भी बैंकिंग समय के दौरान अवैध पार्किंग के कारण परिसर के अंदर प्रवेश नहीं कर सकता है ।8. आवागमन के रोड पर इस अवैध पार्किंग के कारण शाम का कचरा वाहन भी परिसर में प्रवेश नहीं करता है ।9.नौकरी पेशा लोगों को भी अपने वाहनों को लाने के लिए मशक्कत करना पड़ती है ।
करीब 1 घंटे के इस धरने प्रदर्शन के बाद यातायात प्रभारी अखिलेश राय और थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गडरिया अपनी टीम के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और राजवाड़ा परिसर के रहवासियों को समझाइश देने का प्रयास किया । सब इंस्पेक्टर श्याम कुमावत ने रहवासियों को समझाने का प्रयास किया । तब परिसर के राधेश्याम पटेल ने बताया कि करीब 4 वर्ष से यह समस्या बनी हुई है और जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन और सीएम हेल्पलाइन पर भी इसकी शिकायत की गई है लेकिन अब तक कोई निराकरण नहीं किया गया है । तब शयाम कुमावत ने सख्त लहजे में राधेश्याम पटेल से बीच में बात ना करने की बात कही । तब राधेश्याम पटेल ने कहा कि यह हमारे परिसर की समस्या का मामला है और हमें हमारी बात कहने का अधिकार है.। राधेश्याम पटेल ने यह भी कहा कि यह अवैध पार्किंग आरबीआई के नियमों के विरुद्ध है वही श्याम कुमावत का कहना है कि हम बैंक के मैनेजर से बात करेंगे । लेकिन तत्काल इस समस्या का निराकरण नहीं कर सकते हैं । श्याम कुमावत द्धारा सख्त लहजे में समझाइश देने से व बात बिगड़ने पर , यातायात प्रभारी अखिलेश राय ने रहवासियों को समझाइश दी और 7 दिन के भीतर समस्या का निराकरण का आश्वासन दिया । तब कहीं जाकर रहवासी माने और धरना प्रदर्शन खत्म किया । रहवासियों का कहना है कि यदि 7 दिन के भीतर समस्या का समाधान नहीं होता है तो हम फिर पुन: धरना प्रदर्शन करेंगे और अपनी बात प्रशासन के समक्ष रखेंगे । इस धरना प्रदर्शन में विशेष रूप से भाजपा एनजीओ प्रकोष्ठ के जिला संयोजक व युवा नेता मनोज अरोरा , वार्ड पार्षद कविता हेमेंद्र राठौर, पूर्व मंडल अध्यक्ष बबलू सकलेचा के अलावा परिसर से राधेश्याम पटेल , डा लोकेश दवे , प्रदीप जैन, अरूण भावसार, पंकज जैन, हर्ष जैन, पंकज कोठारी , रितेश कोठारी, देवेंद्र सेठिया , मनोज जैन (मनोकामना), नयन जैन, कटारिया आदि अनेक परिसर के रहवासी उपस्थित थे ।
SBI और BOI के बैंक मेनेजरों से मिलकर, बातचीत कर पार्किंग की समस्या का निराकरण करने का प्रयास किया जाएगा ।