दो दिन में किसान शेड से व्यापारियों का माल नहीं हटा तो धरना-प्रदर्शन
रतलाम। उपमंडी में बारिश के मौसम में किसान अपनी उपज नीचे खाली करने को मजबूर हैं। मंडी प्रशासन हाथ पे हाथ धर मुकदर्शक बन देख रहा है। कहने को तो रतलाम जिले की सबसे बड़े गांव सुखेड़ा में उपमंडी है, पर व्यवस्था के नाम पर जीरो।बारिश के मौसम में किसानों को प्लेटफार्म पर अपनी उपज नीलाम करने बजाय नीचे नीलाम करने पर मजबूर हो रहे हैं। गुरुवार को भी प्लेटफॉर्म पर व्यापारियों ने अपना माल जमा रखा था, जब किसान नेता दिलीप पाटीदार मंडी पहुंचे तो मौसम को देखते हुए किसानों की उपज परिसर में खाली करवाकर नीलाम करवाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की।
क्यों भड़के किसान नेता
पाटीदार ने मंडी के नाकेदार धर्मेन्द्र परिहार पर नाराज होते हुए किसानों के लिए बनाएं गए टीन शेड पर व्यापारियों की ओर से रखी गई खरीदी उपज व अन्य सामग्री हटाने की बात कही। परिहार से उपमंडी प्रभारी सुशील रावतिया के बारे में जानकारी चाही गई तो परिहार ने बताया कि मंडी प्रभारी अभी नहीं आए है। पाटीदार ने मंडी प्रभारी को लेकर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस मंडी के ये हाल है कि मंडी प्रभारी समय से मंडी में उपस्थित नहीं रहते हैं।
मंडी में जिम्मेदार अधिकारी भी मौजूद नहीं
सुखेड़ा उपमंडी में व्यापारी गण अपनी मनमानी कर रहे हैं। प्लेटफॉर्म मंडी बोर्ड ने किसानों के लिए बनाए है न कि व्यापारियों के लिए, अगर दो दिवस में मंडी में प्लेटफॉर्म से व्यापारियों का माल मंडी प्रशासन नहीं हटाता है। हमें मजबूरी में धरना प्रदर्शन और आंदोलन करना पड़ेगा, जिसकी समस्त जवाबदारी मंडी प्रशासन की रहेंगी। इस संबंध में पत्रिका ने जब सुखेड़ा उपमंडी प्रभारी सुशील रावतिया से चर्चा की तो उनका कहना था कि मैं इलाज के लिए अहमदाबाद आया हूं।(दैनिक पत्रिका से साभार)