थांदला. (वत्सल आचार्य) पटवारी स्थानांतरण को लेकर नाराज युवा नेता गुलरेज खान ने आज अपना इस्तीफ़ा ज़िला अध्यक्ष भानु भूरिया को भेज दिया।
युवा नेता गुलरेज ने बताया की दरसल मामला यह है की आज पटवारियों की तबादला सूची जारी हुई उसमे थांदला के पांच पटवारी शामिल हैं जो की अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं ओर जुलरेज आलम भी भाजपा से अल्पसंख्यक नेता के रूप में जाने जाते हैं गुलरेज आलम का कहना है की इस तबादला सूची में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियो ने भेदभाव वाला रवय्या अपनाया है इसी बात से आहत युवा भाजपा नेता गुलरेज खान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
कौन है गुलरेज आलम?
गुलरेज आलम पैसे से व्यापारी है और नगर के सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाते हैं।गुलरेज हर वक्त सामाजिक न्याय व्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते आये हैं वे हर समाज को बड़े मान सम्मान से देखते ही नही बल्कि समय समय पर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुचकर उनकी सेवा करते हैं।पूर्व में भानु भूरिया जब युवामोर्चा जिलाअध्यक्ष थे तब भानु भूरिया की टीम में गुलरेज थांदला नगर मंत्री के पद पर थे ओर आज सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के कार्य को अंजाम दे रहे हैं।
गुलरेज की माता ने नगर परिषद चुनाव में वार्ड नंबर 13 से चुनाव लड़ा था। यह कि गुलरेज खान अल्पसंख्यकों के बीच अपनी पकड़ रखते हैं तथा उनके इस्तीफे के बाद ही अल्पसंख्यक के अदनान खान साबिर इमरान खान,शाहरुख खान वसीम खान जुनेद खान आदि सेकड़ो कार्यकर्ताओं ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। गुलरेज खान का कहना है कि इस स्थानांतरण में उनकी नहीं सुनी गई है तथा भाजपा ने इस स्थानांतरण में अल्पसंख्यकों को ही निशाना बनाकर कार्य किया है एवं उनके समाज के कर्मचारियों का स्थानांतरण भेदभावपूर्वक किया गया है,वे अपने समाज के बीच जाते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि भाजपा अल्पसंख्यकों की पार्टी नहीं है। इससे उन्हें आघात लगता है, इसलिए वे अब भाजपा का सदस्य बनकर कार्य नहीं करेंगे।