गोल्ड पार्क के निर्माण के लिए असंवेदनशील हरकत:गोल्ड पार्क निर्माण के लिए नगर निगम ने पेड़ काटकर उजाड़े पक्षियों के घोंसले, दर्जनों पक्षियों की मौत
रतलाम~~रतलाम में आज एक बार फिर नगर निगम प्रशासन की असंवेदनशील हरकत सामने आई है। शहर के गांधी उद्यान स्थित दर्जनों पेड़ों की कटाई गोल्ड पार्क निर्माण के लिए कर दी गई । गुपचुप तरीके से काटे गए पेड़ों पर सैकड़ों पक्षियों के घोंसले बने हुए थे । निर्माण कार्य में लगे वर्कर और निगम कर्मचारियों ने पेड़ों की कटाई के दौरान पक्षियों के घोंसले उजाड़ दिए । जिसमें कई पक्षियों की मौत हो गई। पक्षियों के घोंसले में मौजूद दर्जनों छोटे बच्चे नीचे गिर गए । गिरे हुए बगुले के बच्चे दम तोड़ते रहे लेकिन जमीन पर गिरे हुए पक्षियों को सुरक्षित स्थान पर रखने तक की जहमत भी किसी कर्मचारी ने नहीं की। जिसके बाद इस घटना को लेकर पशु पक्षी प्रेमियों में आक्रोश है। क्रूरता करने वाले निगम अधिकारियों और निर्माण ठेकेदार के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाने की बात पशु पक्षी प्रेमियों ने कही है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व कालिका माता मंदिर परिसर में भी पेड़ों की कटाई छटाई के नाम पर पार्षद पति राजेश माहेश्वरी ने निगम कर्मचारियों से पेड़ों की कटाई छटाई करवा दी थी जिसमें दर्जनों पक्षियों की मौत हो गई थी। जिसके बाद अब एक बार फिर नगर निगम के सामने स्थित गांधी उद्यान में पक्षियों के घोंसले उजाड़ कर नगर निगम प्रशासन ने मानवीय हरकत की है। इस घटना को लेकर पशु प्रेमियों में गहरा आक्रोश है। पशु प्रेमियों और समाजसेवियों ने नगर निगम सभाकक्ष में पहुंचकर विरोध दर्ज करवाया है। वहीं, निगम प्रशासन और महापौर की सद्बुद्धि के लिए भजन भी किए हैं। पशु प्रेमी संस्थाएं और संगठन इस मामले में जिला प्रशासन से लेकर कोर्ट में भी मामला ले जाने की बात कह रहे हैं।
दरअसल आज सुबह कालिका माता मंदिर परिसर में दर्जनों पक्षी और उनके बच्चे मृत अवस्था में मिले। समाजसेवी अदिति दवेसर और कुछ अन्य पशु पक्षी प्रेमी भी मौके पर पहुंचे। जहां बड़ी मात्रा में बगुले के बच्चे जमीन पर पड़े हुए थे। जिसमें से अधिकांश ने दम भी तोड़ दिया था। बचे हुए पक्षियों को इन लोगों ने सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की।संबंधित कर्मचारियों से जानकारी लेने पर पता चला कि स्थानीय भाजपा पार्षद के पति राजेश माहेश्वरी ने उन्हें पेड़ों की शाखाएं काटने के निर्देश दिए थे। घटना से आहत और आक्रोशित पशु पक्षी प्रेमी संगठनों ने जिम्मेदार कर्मचारियों को पार्षद पति के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाने की बात कही है।(Dainik Bhaskar se Sabhaar)