अलीराजपुर – मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के द्वारा संचालित महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के तहत जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सहयोग से हरीतिका संस्था द्वारा अलीराजपुर कलेक्टोरेट कार्यालय सभा कक्ष मे एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अभिषेक चौधरी द्वारा की गई। कार्यशाला में अपर कलेक्टर श्रीमती अनुपमा चौहान एवं डिप्टी कलेक्टर एवं जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद नोडल अधिकारी श्री भागीरथ वाखला एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। इस प्रशिक्षण में हारीतिका संस्था से संकुल प्रमुख श्री मनोज नायक ने बताया की मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना का संचालन भारत सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। परियोजना के अंतर्गत प्रदेश में 50 पर्यटन स्थलों को प्रथम चरण में क्रियान्वयन हेतु चिन्हित किया गया है, जिसमे आलीराजपुर जिले के ग्राम सकरजा एवं खूँदी भी चयनित किया गया है, जिसको विभिन्न विभागों (पुलिस विभाग, शिक्षा, तकनीकी एवं व्यावसायिक एवं उच्च शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास एवं कौशल विकास, वन विभाग, स्थानीय ग्रामीण एवं शहरी प्रशासन, महिला बाल विकास विभाग. परिवहन विभाग आदि से इस परियोजना अंतर्गत सहयोग से उक्त परियोजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाना है। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा प्रदेश के जिले में विभिन्न प्रकार की कौशल वर्धन प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जाकर पर्यटन स्थल में रोजगार से जोड़ने के साथ-साथ पर्यटन स्थल को महिला पर्यटक के लिए अनुकूल बनाने की पहल की जा रही है। जिसके माध्यम से आसपास के ग्रामों की महिलाओ को रोजगार से जोड़ा जा सकेगा इसमें महिलाओ में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। साथ ही जनजातीय पर्यटन परियोजना के तहत ग्राम खूँदी एवं सकरजा, तहसील सोंडवा में होम स्टे निर्माण हेतु हितग्राहियों का चयन का कार्य जनजातीय पर्यटन परियोजना के नोडल आकाश दुबे (एम्जीएनएफ फेलो) एवं एडीपीसी श्री रामानुज शर्मा को दिया गया। अलीराजपुर जिले में महिला पर्यटकों को स्वतंत्रता पूर्वक एवं भय मुक्त वातावरण में पर्यटन के अवसर उपलब्ध कराना है। साथ ही बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु निपूर्ण बनाना है इसी संदर्भ में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के सहयोग से 15 से 25 वर्ष की बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा हेतु निःशुल्क प्रशिक्षण स्कूल प्रांगण में प्रारंभ किया जाना है। जिसका कार्य शिक्षा एवं कौशल विभाग को दिया गया ।